नई दिल्ली। वैसे तो किसान इतने अनुभवी होते हैं कि उनके खेत में पानी की मात्रा कितनी होनी चाहिए उन्हें पता होता है। लेकिन कई बार किसान पानी की मात्रा को लेकर संशय में भी रहते हैं। इस कारण से कई बार ऐसा होता है कि पानी की कमी के कारण फसल का उत्पादन इतना अच्छा नहीं हो पाता है। वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि अधिक सिंचाई के कारण खेतों में ही फसल सड़ जाती है। जिससे किसान को काफी नुकसान होता है। लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं है।
1500 रूपये है कीमत
दरअसल, इन स्थितियों से निपटने के लिए ICAR गन्ना प्रजनन संस्थान कोयंबटूर की तरफ से एक ऐसी मशीन को तैयार किया गया है , जो खेतों में कितनी नमी है, इसकी जानकारी देगी। यंत्र की अनुमानित कीमत प्रति यूनिट 1500 रूपये और जीएसीटी रखी गई है।
ऐसे मिलती है नमी की जानकारी
इस यंत्र में दो रॉड लगी हुई हैं। मिट्टी की नमी जानने के लिए किसानों को इस यंत्र को खेत में गाड़ना होगा। इसके बाद मशीन में लगे 4 रंगों के एलईडी से आपको खते की नमी के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
इस यंत्र के क्या हैं फायदे
इस मशीन को ‘मृदा नमी संकेतक यंत्र’ कहा जाता है। इससे खेत में नमी की मौजूदगी के बारे में पता चलेगा। साथ ही किस खेत को कितनी सिंचाई की जरूरत है, ये आसानी से पता चल जाएगा। ताकि आप पानी की बचत कर सकें।
सरकार से प्रथम पुरस्कार भी पा चुकी है मशीन
बतादें कि इस यंत्र को बनाने के लिए आईसीआर गन्ना प्रजनन संस्था, कोयंबटूर साल 2016 से ही काम कर रही थी। इस तकनीक को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा साल 2019 में जल संरक्षण श्रेणी के लिए प्रथम पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। आईसीएआर-एसबीआई ने देश में पंद्रह फार्मों को इस तकनीक का लाइसेंस दिया है। एक अनुमान के मताबिक मशीन को बाजार में 1500+ GST पर उतारा जा सकता है। आप इस मशीन के बारे में अधिक जानकारी के लिए ICAR गन्ना प्रजनन संस्थान कोयंबटूर के अधिकारीक वेबासाइट पर जा सकते हैं।