मुम्बई, चार जनवरी (भाषा) केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और सरकार के बीच सातवें दौर की बातचीत से पहले अभिनेता एवं पूर्व सांसद धर्मेन्द्र ने सोमवार को कहा कि वह दिल से दुआ करते हैं कि इन किसानों को आज इंसाफ मिले।
भीषण सर्दी और बारिश के बीच हजारों किसान राष्ट्रीय राजधानी से लगी सीमाओं पर करीब एक महीने से केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
धर्मेन्द्र ने ट्वीट किया, ‘‘ आज, मेरे किसान भाइयों को इंसाफ मिल जाए। हाथ जोड़कर, जी जान से अरदास करता हूं, हर एक रूह को सुकून मिल जाएगा।’’
धर्मेन्द्र ने पहली बार किसान संकट पर अपने विचार व्यक्त नहीं किए हैं।
इससे पहले, दिसम्बर में भी धर्मेन्द्र ने केन्द्र से कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समाधान खोजने की अपील की थी।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘ मैं अपने किसान भाइयों का दर्द देख काफी दुखी हूं। सरकार को जल्द कुछ करना चाहिए।’’
इस साल सितम्बर में अमल में आए तीनों कानूनों को केन्द्र सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश किया है। उसका कहना है कि इन कानूनों के आने से बिचौलिए की भूमिका खत्म हो जाएगी और किसान अपनी उपज देश में कहीं भी बेच सकेंगे।
हरियाणा पुलिस ने दिल्ली की तरफ जा रहे किसानों के एक समूह पर रेवाड़ी जिले के मसानी बांध के पास रविवार की शाम को आंसू गैस के गोले छोड़े थे।
किसानों ने बुधला सांगवारी गांव के पास पहले पुलिस बैरीकेड तोड़ डाले और फिर शाम में उन्होंने दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश की थी।
राजस्थान, हरियाणा और कुछ अन्य स्थानों के किसान पिछले कुछ दिनों से जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाषा निहारिका नरेश
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