नई दिल्ली। बारिश का मौसम Home Remedy For Viral Fever यानि बीमारियों का मौसम। इस सीजन life style में हर तरफ मलेरिया, malariya डैंगू dengue के साथ-साथ वायरल viral fever फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं। अगर आप hindi news भी इससे ग्रसित हैं या परिवार में किसी को वायरल हुआ है तो ऐसे में आपको क्या करना चाहिए। जानकारों की मानें तो वायरल होने पर तुरंत दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए। हो सकता है इस मौसम में आप भी आगे जाकर इससे ग्रसित हो जाएं। ऐसे में सतर्कता बरतते हुए हम बताने जा रहे हैं कुछ खास टिप्स। जिन्हें आपको जानना बेहद जरूरी है।
इस मौसम में क्यों होती हैं बीमारियां –
आपको बता दें मौसम और हवा में नमी होने के कारण बैक्टीरियल और बेहद तेजी से पनपते हैं। ऐसे में वायरल के साथ-साथ अन्य बीमारियां जल्दी पनपने लगती हैं। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच इन सब में सतर्कता रखने की जरूरत है।
क्या हैं वायरल के शुरूआती लक्षण –
आपको बता दें वायरल के शुरूआती लक्षणों में सबसे पहले गले में खराश और चुभन होती है। फिर इसके बाद धीरे-धीरे नाक बहना, फीवर और खांसी जैसी शिकायत होने लगती है। अगर आपको भी कुछ ऐसे ही शुरूआती लक्षण दिखने पर सतर्क हो जाना चाहिए। चलिए हम आपको बताते हैं इस कंडीशन में आपको क्या करना चाहिए।
लक्षण दिखते ही करें ये उपाय –
आपको बता दें वायरल या तो मुंह या नाक से ज्यादातर शरीर में प्रवेश करता है। ऐसे में जब ये गले में पहुंचता है तो सबसे पहले ये अपर रिस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है। जिससे शरीर में पहुंचकर कई भागों में विभाजित होकर शरीर के हर हिस्से को प्रभावित करना शुरू कर देता है। इससे आपको छींकें आने लगती हैं। साथ ही गले में खराश आने लगती हैं।
इसके लिए आपको क्या करना है। सबसे पहले तो गुनगुने पानी में नमक डालकर धीरे-धीरे गरारे करना शुरू करें। अगर आपके पास इस दौरान बीटाडीन गार्गल है तो उसका भी उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद आपको भाप लेना जरूरी है। आपको बता दें जानकारों के अनुसार किसी भी बीमारी के दौरान एंटीबॉयोटिक दवाओं को लेने से बचना चाहिए। या फिर केवल किसी भी प्रकार की दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
तुरंत बुखार की दवा लेने से बचें –
यूएस के डॉक्टर एरिक बर्ग के अनुसार आपको जब बुखार आता है इसका मतलब है कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ गई हेै। आपका शरीर वायरस से लड़ रहा है। यही कारण है कि आपका शरीर गर्म होने लगता है। उनके अनुसार जब बॉडी गर्म होती है तो आपके शरीर में वायरस डिस्ट्रॉय होते हैं। इसलिए इस स्थिति में जहां तक संभव हो तुरंत बुखार उतारने के लिए दवा नहीं लेनी चाहिए।
इतना बुखार आने तक माना जाएगा सामान्य –
आपको बता दें अगर थर्मामीटर में आपको 99 फॉरेनहाइट तक तापमान आ रहा है तो इसे साधारण रूप से बुखार नहीं माना जाता है। हां अगर 100 फॉरेनहाइट से ज्यादा पारा जाता है तो आप समझ लीजिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है। इस कंडीशन में चिकित्सक से सलाह लेकर बुखार की दवा ली जा सकती है।
इन चीजों को करें खाने में शामिल –
- आपको बता दें जब आप बीमार होते है तो आपका इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है। इस कंडीशन में आपको मल्टी विटामिन लेने की सलाह दी जाती है। इसके लिए आप कोशिश करें कि दवाइयों की अपेक्षा अगर प्राकृतिक फलों का उपयोग करते हैं तो ज्यादा अच्छा होगा। अगर हो सके तो धूप लेने की कोशिश करें।
- इस कंडीशन में अगर आप मेवा यानि ड्राई फ्रूट्स लेते हैं तो फायदा होगा।
- विटामिन सी वाले फलों का सेवन किया जा सकता है।
- गले में ज्यादा खराश है तो खट्टे फलों, दही और सोडे वाले ड्रिंक का सेवन करने से बचें।
- अगर हो सके तो गरम पानी और शहद का उपयोग करें।
- पानी खूब पिएं।
- इस दौरान ज्यादा से ज्यादा हल्का भोजन करें। जितना ज्यादा हो सके शरीर को आराम दें।
- ग्रीन टी भी पी सकते हैं।
- मुलेठी को नैचुरल ऐंटी वायरल माना जाता है।
- आप चाय, गरम पानी या ग्रीन टी में डालकर मुलेठी ले सकते हैं।
- खाने में सूप, गरम ड्रिंक और प्रोटीन ज्यादा से ज्यादा लें।
- रात को सोने से पहले हल्दी, काली मिर्च डालकर दूध का सेवन करें।
- सोने से पहले गरारा करना न भूलें।