भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में नवंबर के पहले हफ्ते में दीवाली की धूम रही। सरकारी कर्मचारियों और निजी क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को दीवाली पर 3-4 दिनों की छुट्टी मिली थी। त्योहार के रंग में सराबोर होकर लोग फिर से दफ्तरों में लौटने लगे हैं। सरकारी कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी आई है। दीवाली की लंबी छुट्टी के बाद अब कर्मचारियों को इस हफ्ते भी तीन दिनों की छुट्टी मिलने वाली है। दरअसल अगले सोमवार यानी 15 नवंबर को मप्र शासन द्वारा सामान्य अवकाश की घोषणा की है। ऐसे में शनिवार और रविवार के बाद सोमवार की भी छुट्टी मिलेगी। इस तरह सरकारी कर्मारियों के लिए तीन दिनों का अवकाश इस हफ्ते मिलने वाला है। दरअसल 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती मनाई जा रही है। इसी को लेकर अब सामान्य अवकाश घोषित कर दिया गया है। इससे पहले तक बिरसा मुंडा की जयंती के दिन एच्छिक अवकाश हुआ करता था। इस साल इस एच्छिक अवकाश को सामान्य अवकाश घोषित कर दिया गया है। अब इस हफ्ते सरकारी कर्मचारियों को फिर से तीन दिनों का अवकाश मिलेगा।
जानें कौन हैं बिरसा मुंडा…
आदिवासियों के महानायक कहे जाने वाले बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के आदिवासी दम्पति सुगना और करमी के घर हुआ था। बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के उत्थान के लिए काफी काम किया। मुंडा ने झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर रख दी। बिरसा मुंडा ने महसूस किया था कि आचरण के धरातल पर आदिवासी समाज अंधविश्वासों की आंधियों में तिनके-सा उड़ रहा है। इसी को देखते हुए मुंडा ने सामाजिक कुरीतियों के कोहरे से आदिवासी समाज को बाहर निकाला। साथ ही ज्ञान के प्रकाश से वंचित आदिवासी समुदाय का उत्थान किया। धर्म के बिंदु पर आदिवासी कभी मिशनरियों के प्रलोभन में आ जाते थे या फिर कभी ढकोसलों को ही ईश्वर मान लेते थे। इसी को लेकर मुंडा ने देश के कई आदिवासी समुदायों के लिए काम किया।