Advertisment

होली पर्व पर आंखों की सुरक्षा: रंग-गुलाल खेलते समय आंख में चला जाए तो घबराए नहीं, बस अपनाएं ये देशी नुस्‍खे

Holi Festival Protect Eyes: होली का त्योहार खुशियों और रंगों से भरा होता है, लेकिन कई बार यही रंग आंखों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। अगर रंगों में केमिकल मिला हो या गंदगी के कारण आंखों में जलन, लालिमा या खुजली होने लगे, तो घबराने की जरूरत नहीं है।

author-image
Sanjeet Kumar
Holi Festival Protect Eyes

Holi Festival Protect Eyes

Holi Festival Protect Eyes: होली का त्योहार खुशियों और रंगों से भरा होता है, लेकिन कई बार यही रंग आंखों के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। अगर रंगों में केमिकल मिला हो या गंदगी के कारण आंखों में जलन, लालिमा या खुजली (Holi Festival Protect Eyes) होने लगे, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही तरीके अपनाकर आप आंखों को सुरक्षित रख सकते हैं। आइए जानते हैं कि होली के दौरान आंखों में रंग चला जाए तो क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

Advertisment

आप क्‍या-क्या उपाय कर सकते हैं?

color gets into your eyes

ठंडे पानी से धोएं: आंखों में रंग जाते ही तुरंत साफ और ठंडे पानी से आंखों को धोएं। हल्के हाथों से पानी डालें और आंखों को बार-बार झपकाएं।

कॉन्टैक्ट लेंस हटाएं: अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस (Holi Festival Protect Eyes) पहनते हैं, तो तुरंत उन्हें निकाल दें। इससे रंग के कण लेंस में नहीं फंसेंगे और जलन से बचाव होगा।

आंखों को मसलें नहीं: रंग के कण आंखों के अंदर और गहराई में जा सकते हैं, जिससे समस्या बढ़ सकती है। इसलिए आंखों को मलने से बचें।

Advertisment

आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें: अगर आंखों में ज्यादा जलन हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप डालें। यह आंखों को शांत करने में मदद करेगा।

ये खबर भी पढ़ें: छत्‍तीसगढ़ का मौसम: रायपुर में 40 डिग्री पहुंचा पारा, प्रदेश के 13 से ज्‍यादा जिलों में हीट वेव का अलर्ट जारी

आपको क्‍या नहीं करना चाहिए?

What to do if color

साबुन या फेसवॉश न लगाएं: आंखों में साबुन या केमिकल (Holi Festival Protect Eyes) युक्त प्रोडक्ट न लगाएं। इससे जलन बढ़ सकती है और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।

Advertisment

हाथों से न रगड़ें: अगर रंग चला जाए तो घबराहट में आंखों को जोर-जोर से न मलें। इससे इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ सकता है।

डॉक्टर को नजरअंदाज न करें: अगर जलन कम नहीं हो रही या ज्यादा परेशानी महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

ये खबर भी पढ़ें: छत्‍तीसगढ़ में होली पर्व के विविध रंग: अबूझमाड़ में खुशहाली के लिए अंगार पर चले ग्रामीण, जानें बस्‍तर की खास परंपराएं

Advertisment
Holi festival remedies Use indigenous protect eyes colors gulal
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें