नई दिल्ली। Himachal-Gujrat Election 2023चुनावी माहौल फिर से बनन को है। assembly election 2023 astrology ऐसे में गुजरात और हिमाचल पार्टी में भी अंदर ही अंदर माहौल गरमा रहा है। election astrology आपको बता दें बीजेपी के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस भी पीछे नहीं। ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पांडे (8959594400)की माने तो हिमाचल प्रदेश और आम आदमी पार्टी के बीच कोई सांठगांठ के संकेत मिल रहे हैं। ग्रहों की चाल क्या संकेत दे रही है चलिए जानते हैं।
क्या है प्रश्न कुंडली —
यह प्रश्न कुंडली धनु लग्न की बनी है। दूसरे भाव में वक्री शनि है। चौथे भाव में वक्री गुरु है। पांचवें में राहु छठे में चंद्रमा और मंगल। दसवें घर में सूर्य, शुक्र और बुध हैं। एकादश भाव में केतु है। लग्न 12 डिग्री का है।
दोनों गुटों में कैसा है संबंध —
आपको बता दें दो समूहों या व्यक्तियों के बीच में संबंध कैसा रहेगा। इसके लिए लग्न जिसे स्वयं का विचार किया जाता है। छठे भाव जो कि शत्रु का स्थान होता है तथा सप्तम भाव जो पार्टनर का होता है का विचार करते हैं। लग्न में कोई ग्रह नहीं है। इस पर राहु और मंगल की दृष्टि है। इस प्रश्न कुंडली का लग्नेश गुरु है। जो कि वक्री होकर चतुर्थ भाव में स्वयं की राशि मीन में बैठा हुआ है। छठे भाव में उच्च का चंद्रमा है तथा अपनी सम राशि मंगल बैठा हुआ है। सप्तम भाव में कोई ग्रह नहीं है और इस पर केतु की दृष्टि है। सप्तमेश बुध है जो कि राज्य भाव में उच्च का होकर बैठा हुआ है। आइए अब इस कुंडली की विवेचना करते हैं।
कमजोर संधि के हैं संकेत —
लग्नेश वक्री होकर स्वयं की राशि में है। अतः इसे कमजोर कहा जाएगा। इसी प्रकार इस पर राहु की दृष्टि भी लग्न को कमजोर कर रही है। इस प्रकार यह साफ जाहिर हो रहा है कि अगर ऐसी कोई संधि है तो वह अत्यंत कमजोर संधि है जो कि किसी भी समय टूट सकती है। छठा भाव शत्रु का भाव होता है यहां पर उच्च का चंद्रमा एवं मंगल बैठे हुए हैं मंगल के बैठे होने के कारण स्पष्ट रूप से शत्रुहन्ता योग बन रहा है। परंतु मंगल बहुत बलवान नहीं है। अतः यह योग बीजेपी के लिए घातक तो है परंतु बहुत घातक नहीं है। उच्च का चंद्रमा यह बताता है इस समय दोनों पार्टियों में हाथ मिलाने का कार्य चल रहा है।
सप्तमेश बुध है जो कि उच्च का है साथी केतु की दृष्टि है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि दोनों पार्टियों में संधि तो हो गई है परंतु बहुत सारे कंफ्यूजन हैं।
क्या कहती है विंशोत्तरी दशा —
आइए अब हम विंशोत्तरी दशा पर ध्यान देते हैं। इस कुंडली में चंद्र की महादशा में बुद्ध की अंतर्दशा में बुद्ध का प्रत्यंतर 28 दिसंबर 2021 से प्रारंभ हुआ है। जो कि 11 मार्च 2022 तक था। 10 मार्च 2022 को हुई मतगणना में आम आदमी पार्टी को भारी बहुमत प्राप्त हुई और कांग्रेश को यह समझ में आ गया कि जहां भी वह कमजोर है वहां आम आदमी पार्टी उसका स्थान ले सकती है।
चंद्र की महादशा में बुध का अंतर, बुद्ध के अंतर में चंद्रमा का प्रत्यंतर 1 अगस्त 2022 से प्रारंभ हुआ तथा 12 सितंबर 2022 तक था। चंद्रमा का उच्च राशि में होने के कारण इस अवधि में कांग्रेस में आम आदमी पार्टी से हाथ मिलाया और दोनों पार्टियां साथ मिलकर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना को उनके पुराने प्रकरण पर एक साथ मिलकर घेरा। चंद्रमा में बुध की अंतर्दशा 30 मई 2023 तक है इस अवधि तक आप आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में छिपकर संबंध चलते रहेंगे।
इस समय के बाद खुलकर करेंगी विरोध —
आपको बता दें 30 मई 2023 के बाद दोनों खुलकर एक दूसरे के विरोधी हो जाएंगे। ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पांडे के अनुसार गुजरात में कांग्रेस अपने आप को कमजोर कर रही है। ताकि जिससे आम आदमी पार्टी काफी मजबूत होकर उभरे।