हे प्रभु आनंददाता: अतिथि को सुनना क्यों है आवश्यक? जानने के लिए देखिए हे प्रभु आनंनदाता
जहां सोने की बारिश वहां न जाएं जो बिना प्रयोजन आए वो अतिथिअतिथि साथ आनंद लेकर आता है अतिथि से हमेंशा मीठा ही बोलिए अतिथि आपके घर प्रीति के लिए आया अतिथि को सुनना भी है आवश्यक अतिथि का क्यों करें सम्मान