Helloween: जहां पर विदेशों का चलन अब धीरे-धीरे भारत में भी दिखाई देने लगा है वहीं पर इन दिनों हैलीवीन का कल्चर भारत में सेलिब्रेट किया जाता है। जिस मौके पर लोग भूतिया मेकअप करते है तो वही पर इस दिन हर तरफ अधकटे कद्दू नजर आते है।
क्या है कद्दू जलाने की परंपरा
आपको बताते चलें कि, हैलोवीन के मौके पर इस दिन लोग एक खोखला कद्दू लेते हैं, जिसमें वह आंख, नाक और मुंह बनाते हैं और इसके अंदर एक मोमबत्ती रखी जाती है या लाइट जला देते हैं. इससे ये एक भूतिया चेहरे जैसा दिखाई देता है। इसकी कहानी कहती है कि, 19वीं शताब्दी में, जब बहुत सारे आयरिश अमेरिका में आकर बस गए, तो वे आत्माओं को डराने के लिए सब्जियों का उपयोग करने की हैलोवीन परंपरा लेकर आए. कहा जाता है कि अमेरिका में आयरिश ने एक नई सब्जी कद्दू की खोज की, जिसे पतझड़ में काटा जाता है और बुरी आत्माओं को डराने के लिए इसका उपयोग करना शुरू कर दिया।
लोग पहनते है भूतिया कपड़े
आपको बताते चलें कि, इस दिन हैलोवीन के दिन लोग भूतिया कपड़े पहनते हैं और खुद का हरावना चेहरा बनाते हैं. जैसे कई लोग अपने चेहरे पर खून की तरह लाल रंग लगा लेते हैं या काटने आदि के निशान बना दिए जाते हैं।