हाइलाइट्स
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नीट यूजी मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई टली
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अब 18 जुलाई को होगी कोर्ट में सुनवाई
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18 जुलाई को आ सकता है फैसला
NEET UG 2024: नीट यूजी 2024 (NEET UG 2024) में हुई धांधली को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है। इसी को लेकर आज 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर सुनवाई होने वाली थी, जिसकी तारीख आगे बढ़ा दी गई है।
बता दें कि नीट यूजी (NEET UG 2024) में गड़बड़ी को लेकर याचिकाओं पर 18 जुलाई तक सुनवाई टाल दी गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और NTA के हलफनामे पर बाकी लोगों को जवाब देने के लिए समय दिया है।
इस मामले में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच सुनवाई कर रही है। बेंच ने कहा कि गुरुवार को कुछ पक्षकारों को केंद्र और एनटीए द्वारा दायर हलफनामे नहीं मिले हैं। इस दौरान उन्हें समय दिया गया है।
8 जुलाई को हुई थी सुनवाई
इससे पहले 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई थी। इस दौरान एनटीए, सरकार और सीबीआई ने माना था कि नीट यूजी का पेपर लीक हुआ है। इस सुनवाई में कोर्ट ने 10 जुलाई तक हलफनामा दायर करने का समय दिया था, जो कि बुधवार को दायर किया गया है।
इस हलफनामे में कहा गया है कि नीट-यूजी परीक्षा (NEET UG 2024) में बड़े पैमाने पर धांधली नहीं हुई।
केन्द्र सरकार दोबारा परीक्षा के समर्थन में नहीं
इस हलफनामे में केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि वह नीट का एग्जाम फिर से कराने के पक्ष में नहीं है। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि दोषी किसी भी स्टूडेंट को कोई लाभ न मिले सके।
जुलाई में शुरू होगी काउंसलिंग
केंद्र ने कहा कि परीक्षा में कोई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी नहीं हुई है। जुलाई 2024 के तीसरे हफ्ते से काउंसलिंग शुरू होगी। इस दौरान अगर पाया जाता है कि किसी भी छात्र ने गलत तरीके से एग्जाम पास किया है तो उसका परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया जाएगा।
क्या है मामला?
नीट यूजी (NEET UG 2024) का रिजल्ट जारी होते ही कई तरह के सवाल खड़े होने लगे। दरअसल, इस साल 67 टॉपर रहे और इन सभी को 720 अंक मिले। इस दौरान 6 टॉपर्स एक ही सेंटर के पाए गए, ये सब कैसे हुआ? इसी बीच पेपर लीक की खबर भी सामने आई।
इन सभी सवालों के जवाब में एनटीए ने कहा कि इस एग्जाम में 1 हजार 563 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए। बताया गया कि कुछ सेंटर्स पर पेपर देरी से बांटे गए थे, जिस वजह से उन स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए।
इसके बाद छात्रों ने एनटीए पर आरोप लगाते हुए कहा कि खास सेंटर्स के स्टूडेंट्स को ही ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, जबकि पेपर लेट कई सेंटर्स पर हुए थे।
धीरे-धीरे ये मामला तूल पकड़ता गया और विवादों में आ गया। नीट यूजी मामले (NEET UG 2024) में कई याचिकाएं दायर की गईं। इस मामले में लगातार कोर्ट में सुनवाई चल रहीं हैं।
इस मामले में छात्रों ने दोबारा एग्जाम कराने, एसआईटी बनाने की मांग समेत काउंसलिंग पर रोक लगाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
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