रायपुर, 16 जनवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पहली पंक्ति में रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड-19 का टीका लगने के बाद खुशी जताई है तथा लोगों से भ्रांति दूर कर आगे आने की अपील की है।
छत्तीसगढ़ में शनिवार की सुबह कोविड—19 के टीकाकरण की शुरुआत रायपुर के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर अस्पताल में 51 वर्षीय तुलसा तांडी को सबसे पहला टीका लगाया हुई।
तांडी अंबेडकर अस्पताल में सफाई कर्मचारी है। वह अस्पताल में कोविड वार्ड में भी काम कर चुकी हैं।
कोविड—19 का टीका लगने के बाद तांडी से जब पूछा गया कि वह कैसा महसूस कर रही हैं तब उन्होंने कहा, “राज्य में सबसे पहले टीका लगने के कारण उसे अच्छा लग रहा है। टीका लगने के बाद न ही कोई दर्द है और न ही वह किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस कर रही हैं।”
तांडी ने लोगों से अपील की कि बिना किसी डर या संशय के सभी को टीका लगवाना चाहिए और इसके लिए हिम्मत दिखाना चाहिए।
राज्य में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायपुर जिले में टीकाकरण के लिए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल के अलावा अखिल भारतीय अयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर, जिला अस्पताल पंडरी, एनएचएमएमआई निजी अस्पताल रायपुर और मिशन अस्पताल तिल्दा में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है
रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉक्टर नितिन एम नागरकर ने कहा कि कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष में एम्स ने जिस प्रकार नेतृत्व प्रदान किया उसी प्रकार टीकाकरण अभियान में भी एम्स नेतृत्व प्रदान करने के लिए तैयार है।
एम्स के अधिकारियों ने बताया कि संस्थान में सबसे पहले निदेशक नागरकर और सफाई कर्मचारी मलखान जांगड़े को एक साथ टीका लगाया गया।
इस दौरान नागरकर ने कहा कि पिछला वर्ष सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए चुनौतीपूर्ण था। सभी ने टीमवर्क के साथ इस चुनौती का मुकाबला किया। उन्होंने कहा कि अब टीकाकरण अभियान के बाद सभी को सुरक्षित बनाने की मुहिम चलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहला टीका लेने के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और नियमित दिनचर्या का कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में किसी भी प्रकार का संशय नहीं होना चाहिए। टीकाकरण के बाद एक एसएमएस भी प्राप्त हो रहा है जिसमें सफलतापूर्वक टीकाकरण की जानकारी दी जाती है और इस संबंध में कोई भी सवाल पूछने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी दिया जा रहा है।
सफाई कर्मचारी जांगड़े ने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ्य है तथा किसी भी प्रकार से कोई भी परेशानी महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वह भयभीत न हों।
वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा, “संकट के समय में मानवता की सेवा के लिए डटे रहे हमारे ये अग्रिम पंक्ति के ‘योद्धा’ आज न केवल प्रथम चरण में टीके के हकदार बन रहे हैं बल्कि आज भी टीके पर आमजन के विश्वास को बनाने के लिए स्वयं टीका लेकर मानव सेवा का एक और दायित्व पूरा कर रहे हैं। बहन तुलसा तांडी जी सहित सभी को शुभकामनाएं।”
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 97 टीकाकरण केंद्रों में टीकाकरण कार्य सुचारू रूप से चला। आज 5592 लोगों को टीका लगाया गया।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने बताया कि राज्य में पहले चरण में 2,67,399 स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। जिसके लिए 1,349 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। हालांकि 97 टीकाकरण केंद्रों में पहले टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया है।
शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण के लिए राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों, जिला अस्पतालों, कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा निजी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि एक दिन में एक केंद्र में 100 कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। छत्तीसगढ़ को भारत सरकार से पहली खेप में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ के तीन लाख 23 हजार टीके उपलब्ध कराए गए हैं।
शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण के लिए 7,116 टीकाकरण कर्मियों को चिन्हित कर इसका प्रशिक्षण दिया गया है। सभी 28 जिलों में 83 स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जा चुका है।
अधिकारी ने बताया कि टीके की पहली खुराक के 28 दिनों के भीतर दूसरी खुराक लेनी होगी।
भाषा संजीव प्रशांत
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