Bhopal News: भोपाल में मंगलवार की शाम हेड कॉन्स्टेबल की अचानक मौत हो गई। हेड कॉन्स्टेबल तारा सिंह राजपूत ड्यूटी से लौट रहा था, इसी दौरान सीने में दर्द हुआ। रास्ते से ही घरवालों को सूचना दी गई, लेकिन अस्पताल ले जाते में ही उनकी मौत हो गई। हेड कॉन्स्टेबल राजपूत डीसीपी जोन 4 में पदस्थ थे। घटना शाम करीब 6 बजे की बताई जा रही (Bhopal News) है।
हजेला अस्पताल पहुंचने से पहले हो गई मौत
हेड कॉन्स्टेबल राजपूत को रास्ते में सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद पास किसी डॉक्टर को दिखाया, और इसके बाद भी आराम नहीं हुआ तो फिर उन्हें हजेला अस्पताल लेकर गए, जहां पर उनके परिवार के लोग भी शामिल थे। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि तारा सिंह राजपूत के घर में पत्नी और दो बच्चे (Bhopal News) हैं।
नेहरू नगर चौराहे पर उठा था दर्द, हालत बिगड़ी
कमला नगर थाना प्रभारी निरूपा पांडे ने बताया कि तारा सिंह राजपूत डीसीपी जोन कार्यालय में पदस्थ थे। घटना के समय वे समय नेहरू नगर चौराहे पर थे, वहां उन्होंने किसी डॉक्टर को दिखाया और अपने परिवार को सूचना दी, जब तक परिवार आया तब तक उनकी हालत और बिगड़ने (Bhopal News) लगी।
हार्ट अटैक की आशंका
हजेला अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत की सही वजह पता चल (Bhopal News) सकेगी।
हार्ट अटैक क्यों आता है?
जब हार्ट की Arteries जो रक्त की सप्लाई (Supply) करती है उनमें ब्लोकेज (Blockage) होता है तो हार्ट अटैक पड़ता है।
हार्ट अटैक के लक्षण
-
हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना। जिसे angina pain कहते हैं। यह एक pressure , heaviness या tightness जैसे महसूस होने लगता है। जो केवल बाएं (left side ) तरफ नहीं होता, बल्कि बीच में या दाएं तरफ भी होता है। यह दर्द पेट के ऊपर की तरफ जाता है। कभी बाएं हाथ या कंधे की तरफ जाता है। कई बार जबड़े में या दांत में भी दर्द हो सकता है।
-
यह दर्द चलन से या परिश्रम करने से बढ़ता है , थोड़ा आराम करने से कम होता है।
-
सांस की तकलीफ और पसीना आना।
-
कुछ लोगों को गैस होने की फीलिंग आती है।
इसे कतई नजरअंदाज ना करें
एक रिसर्च में देखा गया है कि जो लोग गैस होने के बारे में शिकायत करते हैं। उनको वास्तविक हार्ट की शिकायत होती है। इसलिए जब ये तकलीफ हो तो आपको नजरअंदाज नहीं करना है और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना है।
हार्ट अटैक आने पर क्या करें?
- प्राथमिक तौर पर यदि आपके पास Disprin, Ecosprin या Aspirin है, तो आपको इसे रोगी को देना चाहिए। Disprin, -Ecosprin या Aspirin ये दवाएं रक्त के Clotting को रोकती है।
- अगर किसी के घर में कोई हार्ट पेशेंट हो तो sorbitrate की 5mg की टेबलेट जीभ के नीचे रखनी ह , इससे दर्द की तीव्रता थोड़ी कम हो जाती है।
तुरंत नजदीकी हस्पताल के ambulance से संपर्क करें।
हार्ट पेशेंट का इलाज
जब हार्ट पेशेंट हस्पताल में आ जाता है तो डॉक्टर कहते हैं कि इसका सबसे सही ट्रीटमेंट primary Angioplasty है। इसका मतलब यह है कि angiography करना। जिसे blockage कहा है। इसकी जांच की जाती है और जो block है उसे खोल के stent रखा जाता है तो इसे primary Angioplasty कहा जाता है।
यह काफी अच्छा ट्रीटमेंट है क्योंकि इससे artery का blood flow पूरी तरह से restore हो जाता है। Angioplasty के कारण Heart की Pumping दर बढ़ जाता है और पेशेंट खुद को स्वस्थ महसूस करने लगता है।