जबलपुर: यूपी के हाथरस केस में कई दिनों नकली भाभी चर्चा में बनी हुई है। इस केस का जबलपुर कनेक्शन नकली भाभी से जोड़ा जा रहा था और अनुमान लगाया जा रहा था कि डॉ राजकुमारी बंसल नकली भाभी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज (Netaji Subhash Chandra Bose Medical College) के प्रशासन द्वारा शो कॉज नोटिस जारी किया जा सकता है। लेकिन इस बात को वहां के प्रशासन ने शो कॉज नोटिस (Show Cause Notice) जारी करने की बात को नकार दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को इस पूरे मामले में अस्पताल के डीन डॉ. प्रदीप प्रसाद (Dean Dr. Pradeep Prasad) ने पूरा मामला ही पलट दिया है। उनका कहना है कि फिलहाल मेडिकल अस्पताल की ओर से नकली भाभी डॉ. राजकुमारी बंसल को कोई भी शो कॉज नोटिस जारी नहीं होगा। अगर शासन स्तर पर कोई आदेश आता हैं तो उन पर कार्रवाई या फिर शो कॉज नोटिस जारी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि, हाथरस मामले में डॉ. राजकुमारी बंसल का नाम जब से सामने आया है उसके बाद से ही हर दिन कुछ ना कुछ नया खुलासा हो रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के एक अधिवक्ता द्वारा भी कल सोशल मीडिया पर डॉक्टर बंसल पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इतना ही नहीं मीडिया पर इस बात का भी काफी जिक्र था कि साल 2018 के आगरा में घटित हुए संजलि हत्याकांड में भी नकली भाभी की भूमिका मृतका की मौसी के रूप में नोटिस की गई थी।
डॉ राजकुमारी का आचरण ठीक रहा- डीन प्रदीप कसार
खबरों के मुताबिक जब मेडिकल अस्पताल के डीन प्रदीप कसार से महिला चिकित्सक के आचरण पर सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि अब-तक उनका आचरण ठीक रहा है और जो भी काम उन्हें संपादित किया गया उन्होंने उसका पूरा पालन किया।
हालांकि इस पूरे मामले में गौर करने वाली बात ये है कि अब तक यूपी एसआईटी SIT का कोई अधिकारी या जांच दल जबलपुर नहीं पहुंचा है और न ही मेडिकल अस्पताल से फिलहाल कोई पूछताछ की गई है।