भोपाल. अखंड सुहाग की मंगलकामना के साथ आज महिलाएं हरतालिका तीज व्रत रखेंगी। दिनभर निर्जला व्रत रखने के साथ शाम को माता पार्वती और भगवान शंकर की उपासना करेंगी।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज व्रत रखा जाता है। महिलाएं निर्जला रहकर पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। अगले दिन सुबह व्रत तोड़ती है।
इस व्रत में पूरे दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की भजन कीर्तन कर उनका स्मरण करती है। सुहागिन ही नहीं, कई कुंवारी कन्याएं भी अपनी पसंद का पति पाने के लिए तीज व्रत रखती हैं। इस व्रत को बेहद कठिन माना जाता है।
पूजा की शुभ मुहूर्त प्रदोषकाल में होता है। दिन और रात के मिलन के समय को प्रदोषकाल कहते है। शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 9 बजकर 6 मिनट तक पूजा का मुहूर्त है।