नयी दिल्ली ।“Har Ghar Dastak” Campaign 2.0केंद्र सरकार ने पूरे देश में ‘‘मिशन की तरह’’ टीकाकरण अभियान चलाने की तात्कालिक जरूरत को रेखांकित किया है, ताकि मामलों में आई कमी को कायम रखा जा सके। सरकार ने इसके साथ ही शुक्रवार को सभी राज्यों को जून से दो महीने लंबे ‘हर घर दस्तक’ अभियान 2.0 की योजना बनाने की सलाह दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आह्वान किया है कि वे सभी पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए टीककरण की गति बढ़ाएं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सलाह दी कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी भी कीमत पर कोविड-19 रोधी टीकों की खुराक बेकार न हो।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा गया है कि यह सक्रिय निगरानी और ‘‘जिन टीकों की खराब होने की तारीख नजदीक है उनका पहले इस्तेमाल’’ के सिद्धांत को अपनाकर सुनिश्चित किया जा सकता है। स्वास्थ्य सचिव ने हाल में कोरोना के मामलों में आई कमी को कायम रखने के लिए तत्काल ‘‘मिशन की तरह’’ कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाने की जरूरत को रेखांकित किया।
बयान के मुताबिक, भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दो महीने लंबे ‘‘हर घर दस्तक’’ अभियान 2.0 की योजना जिला, ब्लॉक और गांव स्तर पर विस्तृत कार्ययोजना के साथ बनाने की सलाह दी। बयान के मुताबिक, ‘हर घर दस्तक 2.0’ अभियान का उद्देश्य घर-घर जाकर पात्र आबादी को पहली, दूसरी और एहतियाती खुराक लगाना और संतृप्त अवस्था प्राप्त करना है। मंत्रालय ने इस दौरान वृद्धाश्रमों, स्कूलों और महाविद्यालयों (12 से 18 साल की आबादी के टीकाकरण के लिए), कारागार और ईंट भट्टों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया है।