नई दिल्ली। भारत के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) आज अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 1 May 1955 को मुंबई, महाराष्ट्र में एक प्रसिद्ध व्यवसायी परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम हरीश महिंद्रा और मां का नाम इंदिरा महिंद्रा था। ऑटो जगत में आनंद महिंद्रा का बड़ा नाम है। उन्हें देश और दुनिया के बड़े उद्योगपतियों में गिना जाता है।
दादा ने शुरू की थी कंपनी
आनंद अपने परिवार में तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं जो इस कंपनी को चला रहे हैं। सबसे पहले पंजाब के लुधियाना में उनके दादा जगदीश चंद्र और कैलाश चंद्र ने महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी (Mahindra & Mahindra Company) की नींव रखी थी। जिसे आज आनंद महिंद्रा विरासत के रूप में बखूबी आगे बढ़ा रहे हैं। आज कंपनी के यूनिट में महिंद्रा ट्रैक्टर, महिंद्रा बोलेरो, महिंद्रा एक्सयूवी, महिंद्रा स्कार्पियो जैसी कई सफल गाड़ियां बनती हैं। ऑटो सेक्टर के अलावा महिंद्रा ग्रुप वित्तीय सेवाओं जैसे कोटक महिंद्रा बैंक, पर्यटन, इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रेंडिंग और लॉजिस्टिक सेवा में भी आगे बढ़ रहा है।
आनंद महिंद्रा की जीवनी
आनंद महिंद्रा को यह कारोबार विरासत में मिला। दादा के बाद उनके पिता हरीश महिंद्रा और उनकी मां इंदिरा महिंद्रा इस कारोबार को संभालती थीं। पढ़ाई पूरी करने के बाद आनंद महिंद्रा भी अपने खानदानी व्यवसाय से जुड़ गए। अपने कौशल और प्रतिभा के दम पर 1997 उन्होंने कंपनी का प्रबंध निदेशक होने का गौरव हासिल किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने ग्रुप को ऊंचाइयों पर पहुंचते हुए साल 2003 में वे कंपनी के वाइस चेयरमैन बनें। इसके साथ ही उन्होंने साल 2003 में ही कोटक महिंद्रा न्यू की नींव रखी और इसे आगे बढ़ाया।
स्कॉर्पियों का आइडिया भी आनंद्र महिंद्रा का ही था
मालूम हो कि स्कॉर्पियो जो आज भारतीय सड़को की शान है। उसका क्रिएटिव आइडिया भी आनंद महिंद्रा का ही था। सत्यम कंप्यूटर और रेवा इलेक्ट्रिक का विलय भी आनंद महिंद्रा की आगे की सोच का नतीजा था। कहा जाता है कि आनंद महिंद्रा हमेशा नई कंपनियों से व्यापार करना चाहते हैं। खासकर स्टार्टअप के साथ, ताकि उनाक ग्रोथ हो सके। इसके अलावा महिंद्रा सामाजिक कार्यों में भी योगदान देते रहते हैं।
सोशल मडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं
आनंद महिंद्रा के निजी जीवन को देखें तो वे सोशल मडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। अपनी कंपनी की नई नीतियां, ऑटो जगत के नए मॉडल की लॉन्चिंग और खेल जगत से जुड़ी कई बातों को लेकर ट्विटर पर वे सक्रिय रहते हैं। आज ट्विटर पर उनके 8.4 मिलियन फॉलोअर हैं। क्रिकेट और फुटबॉल के वे शौकीन हैं। इसके साथ ही भारत में प्रो कबड्डी लीग का सूत्रधार भी उन्हें कहा जाता हैं।
कई सम्मानों से नवाजा गया है
एक उद्योगपति और जिम्मेदार नागरिक के रूप में आनंद महिंद्रा को कई सम्मानों से नवाजा गया है। जिनमें 2004 में फ्रांस के राष्ट्रपति द्वारा विशेष सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ मेरिट’, ‘राजीव गांधी पुरस्कार’, 2005 में इन्हें ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ ऑटो मॉनिटर और ‘लीडरशिप अवार्ड’ अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन द्वारा, 2006 में ‘सीएनबीसी एशिया बिजनेस लीडर’ पुरस्कार, ‘लुधियाना मैनेजमेंट एसोसिएशन’ द्वारा ‘वर्ष के उद्यमी पुरस्कार’, 2007 में ‘एनडीटीवी प्रॉफिट’ द्वारा ‘वर्ष का सबसे प्रेरणादायक कॉर्पोरेट लीडर’ सम्मान, वर्ष 2008-2009 में बिजनेस लीडर के रूप में ‘इकॉनोमिक टाइम्स पुरस्कार’ मुख्य हैं। इसके अलावा इनके ‘फार्म इक्विपमेंट सेक्टर’ को ‘जापान क्वालिटी मेडल’ प्राप्त हुआ है। यह सम्मान प्राप्त करने वाली विश्व की यह एकमात्र ट्रैक्टर कंपनी है। साथ ही ‘डेमिंग पुरस्कार’ जीतने वाली भी यह विश्व की एकमात्र कंपनी है।