नई दिल्ली। सदी के महानायकHappy Birthday Amitabh Bachchan के रूप में अगर किसी को जाना जाता है तो वो हैं अमिताभ बच्चन। आज महानायक 80 के हो गए हैं। वैसे तो बिग बी का जन्म यूपी के प्रयागराज में हुआ हैं लेकिन उनका Amitabh Bachchan 80th Birthday: एमपी से भी खास कनेक्शन है। जी हां वो ऐसे कम ही लोग जानते हैं कि (Madhya Pradesh) बॉलीवुड के महानायक का ससुराल मध्यप्रदेश में है। इसके अलावा उन्होंने यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी की है।
Amitabh Bachchan Ka MP connection: आज सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan Birthday) का जन्मदिन हैं। अमिताभ 80 वर्ष के हो गए हैं। उनका जन्म उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। यूपी में जन्मे शहंशाह का मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से भी खास कनेक्शन है। कम ही लोग जानते हैं कि बॉलीवुड के महानायक का ससुराल मध्यप्रदेश में है। इसके अलावा उन्होंने यहां कई फिल्मों की शूटिंग भी की है।
भोपाल में ससुराल —
दरअसल अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन (Jaya Bachchan)एमपी में पली बढ़ी है। हालांकि अमिताभ बच्चन इसका जिक्र कई बार कर चुकें है। कि उनका मध्यप्रदेश से गहरा लगाव है। जानकरी के मुताबिक बिग बी का ससुराल भोपाल के श्यामला हिल्स में है।
जबलपुर में हुआ जया का जन्म
जानकारी के मुताबिक अभिनेत्री जया बच्चन और राज्यसभा सांसद का जन्म जबलपुर में 1950 में हुआ था। जया बच्चन के पिता तरूण कुमार भदुड़ी पेशे से पत्रकार थे। जया बच्चन को बचपन से ही खेलकूद व एक्टिंग में इंट्रेस्ट था। भोपाल की सेंट मैरी जोसफ स्कूल में पढ़ाई की थी। इसके बाद वो सिनेमा जगत से जुड़ गई।
भोपाल में हुई जया और अमिताभ की शादी
अमिताभ औऱ जया बच्चन की शादी 3 जून 1973 में हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शादी के बाद जया बच्चन के परिवार के द्वारा भोपाल के बड़ा तालाब के किनारे एक ग्राउंड में इंपीरियल सैबर नाम के एक बहुत ही पुराने होटल में हुआ था। अब इसे हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया। आपको बता दें इस शादी में एमपी के तत्कालीन राज्यपाल सत्यनारायण सिन्हा और कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन सिंह से लेकर कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की थी।
हाल ही में अभिषेक बच्चन भी आए थे सागर —
जैसा कि आप जानते हैं हाल ही में नवरात्रि पर भी आखिरी दिन फिल्म अभिनेता अभिषेक बच्चन अपनी मां जया बच्चन और बेटी आराध्या के साथ भोपाल आए थे। जहां उन्होंने कालीबाड़ी न्यू मार्केट पहुंच कर पूजा-अर्चना की थी। यहां से फिर वे अपनी मौसी के घर जाकर सिंदूर खेला रस्म में शामिल हुए थे।