हाइलाइट्स
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रिलायंस ने 8 यूनिवर्सिटीज के साथ मिलकर बनाया ‘हनुमान AI’
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पढ़ना-लिखना न जानने वाले लोग भी कर सकेंगे कम्प्यूटर का उपयोग
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रिलायंस का हनुमान AI 11 स्थानीय भाषाओं में काम करेगा
Reliance’s Hanooman AI: भारत के सबसे अमीर सख्स मुकेश अंबानी की कंपनी खुद की AI सर्विस शुरू करने जा रही है. इस सर्विस मॉडल का नाम हनुमान AI है. रिलायंस का ये मॉडल पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तैयार हुआ है. इसके साथ ही यह भारत का AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के क्षेत्र में बड़ा कदम होगा. इसे रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड और भारत की 8 यूनिवर्सिटीज ने मिलकर बनाया है. जिसमें कुछ आईआईटी (IIT) भी शामिल हैं.
टूल का सफल परीक्षण मुंबई में हुआ
हनुमान AI बनाने वाले BharatGPT ग्रुप में रिलायंस जियो और 8 विश्वविद्यालय शामिल हैं. भारत जीपीटी ग्रुप ने मुंबई में एक तकनीकी सम्मेलन में अपना नए AI मॉडल (Reliance’s Hanooman AI) के परीक्षण के लिए भाषा मॉडल को लाइव डेमो दिखाया. इसमें एक वीडियो में, दक्षिणी भारत के एक मैकेनिक को तमिल में AI बॉट से बात करते हुए दिखाया, एक बैंकर को टूल से हिंदी में बात करते हुए दिखाया गया, और हैदराबाद में एक डेवलपर को कोड लिखने के लिए AI के उनके टूल का उपयोग करते हुए दिखाया गया.
ये खास फीचर देगा हनुमान AI
जियो के इस AI मॉडल का नाम राम भक्त हनुमान के ऊपर रखा गया है. रिलायंस के साथ साथ भारत का भी AI तकनीक में यह एक बड़ा कदम है. हनुमान AI से स्वास्थ्य, वित्त और शिक्षा के क्षेत्र में भारत की 11 स्थानीय भाषाओं में काम लिया जाएगा. इसकी सहायता से भारत के उन क्षेत्रों में बेहतक काम किया जाएगा. जहां भाषा की बैरियर आते हैं. और जहां स्थानीय भाषाओं के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके जरिए लोग स्पीट टू टेक्स्ट कैपेबिलिटी भी रहेगी. ऐसे लोग जो पढ़ना-लिखना नहीं जानते वे भी हनुमान AI की मदद से कम्प्यूटर उपयोग कर सकते हैं.
जियो ब्रेन पर रिलायंस कर रही काम
रिलायंस जियो पहले से ही Jio Brain प्लेटफॉर्म पर काम कर रही है. ये प्लेटफॉर्म जियो के 450 मिलियन कस्टमर्स को AI का उपयोग करने के लिए है. इसमें LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है. जो बड़ी मात्रा में डेटा से सीखकर और नेचुरल रिस्पॉन्स जनरेट करता है.