हाइलाइट्स
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होली स्पेशल वाले रूटों समर स्पेशल ट्रेनें चलेंगी
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एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाए जाएंगे अतिरिक्त कोच
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अप्रैल-मई में लंबी वेटिंग, बर्थ पहले ही बुक
Summer Special Trains: आप यदि गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो रेलवे भी आपके लिए प्लान कर रहा है।
रेलवे द्वारा आपकी छुट्टियों के सफर को आरामदायक करने के लिए समर स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है।
बता दें कि अप्रैल-मई में लंबी दूरी वाली ट्रेनों में सीटें खाली नहीं मिलेंगी। यात्री अभी से सीटें बुक करा चुके हैं। अधिकतर लंबे रूट की ट्रेनों में वेटिंग मिल रही है।
इसके चलते रेलवे जल्द ही समर स्पेशल ट्रेनें (Summer Special Trains) चला सकता है। सांतरागाछी- हुबली, हावड़ा-मुंबई, सिकंदराबाद-दरभंगा, दुर्ग पटना, दुर्ग- छपरा और पुणे-संबलपुर रूट पर करीब आधा दर्जन समर स्पेशल ट्रेन चलने की संभावना है।
जोड़े जाएंगे अतिरिक्त कोच
रेलवे के अफसरों ने बताया कि रूटीन की ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ को कम करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़े जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार समर स्पेशल ट्रेनें (Summer Special Trains) हर साल चलाई जाती है।
ट्रेनों में इस समय लंबी वेटिंग मिल रही है। जिन रूटों पर होली स्पेशल ट्रेन चलाई गई हैं, उन रूटों पर ही समर स्पेशल ट्रेन चलाने की संभावना है।
रिजर्वेशन के लिए रात तक लंबी कतार
बता दें कि गर्मी की छुट्टियों में लोग बाहर घूमने का प्लान बना रहे हैं। इसको लेकर अभी बर्थ बुक की जा रही है।
मुख्य रिजर्वेशन कार्यालय में सुबह से रात 8 बजे तक कांउटरों पर लंबी कतार लग रही है। टिकट की बुकिंग सबसे ज्यादा वाराणसी, मुंबई, बिहार और हावड़ा जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग चल रही है।
पीक सीजन में बढ़ जाता है यह आंकड़ा
रायपुर स्टेशन (Summer Special Trains) पर हर साल गर्मी के दिनों में 20-25 प्रतिशत यात्री बढ़ जाते हैं। वहीं पीक सीजन में यह आंकड़ा दोगुना हो जाता है।
गर्मी के दिनों में जब यात्रियों की संख्या बढ़ती है तो रेलवे विभाग के द्वारा ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाते हैं।
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ग्रीन ट्रेनों से 40 लाख के डीजल की बचत
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (Summer Special Trains) रूट पर 22 ट्रेनें ग्रीन या पर्यावरण अनुकूल हो गई हैं। इन ट्रेनों में डीजल की जगह ओवर हेड उपकरण के माध्यम से सीधे ग्रिड की बिजली का उपयोग किया जा रहा है, जिससे ट्रेनें संचालित की जा रही है।
रेलवे ने इससे 40 लाख रुपए की बचत भी की है। इसका फायदा मिलने पर रेलवे ने छोटे इंजन वाले नए प्रकार की बिजली से चलने वाली पावर कारों का निर्माण भी शरू कर दिया है।
इसे बर्थ में इजाफा होगा और यात्रियों को भी नई सुविधाएं मिलेगी।