नई दिल्ली। वैसे तो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार Gupta Navratri 2022 फरवरी में एक Ashad Maah 2022 बार गुप्त नवरात्रि आ चुकी हैं। लेकिन हिंदू नववर्ष की पहली गुप्त नवरात्रि 30 जून से शुरू हो रही हैं। जो 8 जुलाई तक चलेंगी।
पूरे नौ दिन की होगी नवरात्रि —
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार 30 जून को सूर्योदय में प्रतिपदा आ रही है। इसलिए इसी दिन नवरात्रि की शुरुआत मानी जाएगी। आपको बता दें इस बार क्रमश:तिथि आ रही है इसलिए नवरात्रि 30 जून से 8 जुलाई तक पूरे नौ दिन की होंगी।
इन 10 महादेवियों की होती है पूजा
आपको बता दें इस दौरान कुछ खास चीजों की मनाही होती है। पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार इस दौरान ऐसी बातें हैं जिनका आपको ध्यान रखना जरूरी है। गुप्त नवरात्रि में 10 महादेवियां मां तारा, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां काली, मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां मातंगी, मां कमला की पूजा का विधान है।
पूजन में भूलकर भी न करें ये काम —
- इन दिनों बाल नहीं कटवाने चाहिए, बच्चों का मुंडन संस्कार भी इस दौरान वर्जित है।
- इन दिनों में भोजन में लहसुन और प्याज के प्रयोग से बचें।
- गुप्त नवरात्रि के दिनों में देर तक सोने की मनाही होती है।
- इन दिनों में पति-पत्नी को ब्रह्माचर्य के नियमों का पालन करना अनिवार्य बताया गया है।
- गुप्त नवरात्रि में चमड़े की चीजों से दूर रहना चाहिए।
- गुप्त नवरात्रि के दौरान बैंगनी, नीले या गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें।
- किसी भी महिला का भूल से भी अपमान नहीं करें।
- गुप्त नवरात्रि के दिनों में मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इन दिनों में बेड या पलंग की जगह कुश की चटाई पर सोना चाहिए।
- तामसिक यानि अत्यधिक तेल और मसालेदार भोजन करने से बचना चाहिए।
इन मंत्रों का करें जाप —
‘ॐ एं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै
ॐ क्लीं सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन्य धान्य सुतान्यवितं, मनुष्यो मत प्रसादेंन भविष्यति न संचयः क्लीं ॐ
ॐ श्रीं ह्रीं हसौ: हूं फट नीलसरस्वत्ये स्वाहा’