गुना। एक्सीडेंट में घायल एक युवक के उपचार के दौरान जिला अस्पताल के Guna District Hospital Negligence डॉक्टर को गंभीर लापरवाही सामने आई है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि युवक की मौत के बाद भी बोतल और ऑक्सीजन लगाकर रखी। मिली जानकारी के अनुसार राजगढ़ जिले के ब्यावरा थाना क्षेत्र निवासी 36 वर्षीय हरि सिंह पुत्र भूरिया कंजर रविवार को ब्यावरा की तरफ जा रहे थे।
इसी दौरान धरनावदा थाने की रुठियाई चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम गादेर के पर उनकी कार का पहिया निकल गया। इससे कार अनियंत्रित हो गयी और पीछे से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गयी। ट्रक की टक्कर से कार सड़क की दूसरी ओर जा गिरी।
युवक ने दम तोड़ दिया
ग्रामीणों की सूचना पर से पहुंची एम्बुलेंस से उन्हें जिला चिकित्सालय लाया गया। यहां ओपीडी में इलाज के दौरान 15 मिनट बाद ही युवक ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने बताया कि युवक के सिर में गंभीर चोट होने से खून अधिक बह गया था। इसके कारण युवक की मौत हो गयी। इसके बाद भी युवक को जनरल वार्ड में ले जाकर बोतल और ऑक्सीजन लगा दी गयी।
युवक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि जब ओपीडी में ही युवक ने दम तोड़ दिया था तो फिर सामान्य वार्ड में भर्ती करने की क्या आवश्यकता थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए क्यों नहीं भेजा गया। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार देरी हो जाने के कारण सुबह युवक का पीएम कराया गया।