पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेने के लिए सोमवार को बेंगलुरु जाएंगे। बेंगलुरु में विपक्ष के दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र में 26 दलों के शीर्ष नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है, जहां वे न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे।
पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में 15 दलों ने लिया था भाग
सूत्रों ने बताया कि बैठक में नीतीश के साथ उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह और राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा भी होंगे। उन्होंने बताया कि बिहार के नेताओं के दोपहर में बेंगलुरु के लिए रवाना होने की उम्मीद है। बैठक शाम छह बजे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संबोधन के साथ शुरू होगी। पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में 15 दलों ने भाग लिया था।
कई नेता शामिल
इस बार बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित कई नेता शामिल हो रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के दौरान विपक्षी नेताओं द्वारा एक संयुक्त घोषणापत्र जारी करने पर चर्चा होने और अधिकांश लोकसभा सीटों पर साझा विपक्षी उम्मीदवारों को खड़ा करने के प्रस्ताव पर आगे बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सोमवार शाम को रात्रिभोज से पहले चर्चा करके वार्ता के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा।
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पटना की महाबैठक में ही यह तय हाे गया था कि दूसरी बैठक में यह तय होगा कि कौन दल कितनी सीटों पर लड़ेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर पटना में विपक्षी एकजुटता की महाबैठक में पांच राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी आए थे, पर बेंगलुरु में हो रही बैठक में इनके शामिल होने पर संशय है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री का नाम दूसरी बैठक में शामिल होने वाले लोगाें की सूची मे जुड़ जाएगा।
नीतीश को बनाया जा सकता है संयोजक
बेंगलुरु में हो रही विपक्षी एकजुटता की महाबैठक के एजेंडा में कौन कहां कितनी सीटों पर लड़ेगा यह चर्चा तो होगी ही साथ ही साथ इस काम के लिए संयोजक का नाम भी तय होगा। राजनीतिक गलियारे में अक्सर इस बात की चर्चा होती है कि नीतीश कुमार ने अपने स्तर पर विपक्षी एकजुटता की पहल की है इसलिए उन्हें संयोजक बनाया जा सकता है।
पिछली बैठक में ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह कहा था कि अलग-अलग राज्यों के लिए अलग नीति पर काम करना होगा। यह स्वर था कि सीटों के मामले में क्षेत्रीय दलों को महत्व दिया जाएगा। ऐसी संभावना है कि कांग्रेस बेंगलुरु की बैठक में इस विषय को विस्तार देगी।
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