राज्यपाल बोलीं, कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क पहनना, सैनेटाइजर का प्रयोग और सोशल डिस्टेसिंग ही हमारे बचाव

रायपुर। कोविड-19 की संकट की घड़ी में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर आज ऑनलाइन आयोजित जागरूकता कार्यकम “करोना से डरो ना- वैक्सीन है ना” को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उइके chhattisgarh governor anusuiya uikey ने कहा कि कोरोना से लड़ाई जीतने में सकारात्मक सोच और हौसले की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
“कोरोना से डरो ना- वैक्सीन है ना” रखी गई
उच्चशिक्षा संस्थान होने के नाते विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों का यह दायित्व है कि वे आम जन मानस तथा विद्यार्थियों में कोरोना से बचाव तथा सावधानियां एवं भ्रामक बातों से दूर रहने के लिये जागरूकता फैलाएं। यह सराहनीय है कि प्रदेश के समस्त राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग प्रथम विश्व विद्यालय है जिसने विद्यार्थियों के हित में सर्वप्रथम यह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया है। उन्होंने कहा कि इस जागरूकता कार्यक्रम की थीम “कोरोना से डरो ना- वैक्सीन है ना” रखी गई है।
संक्रमण होगा तो ठीक हो जाएगा
राज्य में आगामी 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को कोरोना से बचाव हेतु वैक्सीन लगाई जायेगी। वैक्सीन को लेकर बहुत सारे लोगों के मन में भ्रांतियां हैं। उन्होंने वैक्सीन की तुलना संजीवनी से करते हुए कहा कि जो टीका लगाएगा वह खतरनाक स्थिति में नहीं जाएगा और साधारण तौर पर ही संक्रमण होगा तो ठीक हो जाएगा।
कोरोना से संक्रमित हो जाने पर भी हमें घबराना नही चाहिए, क्योंकि हमारे श्वसन तंत्र पर मनौवैज्ञानिक दवाब का बहुत प्रभाव पड़ता है। घरों में उपयोग में आने वाले दैनिक प्रयोग की वस्तुएं जैसे नीबू कालीमिर्च, सोंठ, अदरक, दालचीनी, नीम की पत्तियां, कपूर, लौंग, इलायची आदि के प्रयोग से भी हम काफी हद तक अपना स्वास्थ्य अच्छा बनाये रख सकते हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि प्रतिदिन भाप लेना, गरम पानी का सेवन तथा गरारे करने को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें।