Brijmohan Agarwal: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल ने विधायक बृजमोहन अग्रवाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसको लेकर राजभवन ने गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी है. अब इसी के साथ रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कार्रवाई भी शुरू हो गई है.
रायपुर लोकसभा से सांसद चुने गए हैं बृजमोहन
छत्तीसगढ़ में बीजेपी के कद्दावर नेता और हाल ही में रायपुर लोकसभा से सांसद चुने गए बृजमोहन अग्रवाल ने विधायक पद और शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आठ बार रायपुर और रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है. बृजमोहन ने 17 जून को विधानसभा की सदस्यता भी छोड़ दी थी.
विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह के घर जाकर उन्होंने अपना इस्ताफा सौंपा था. इस दौरान उनके साथ कई विधायक और बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद थे.
मेरे लिए यह एक भावुक क्षण: बृजमोहन
उस दौरान इस्तीफा देने के बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया से कहा था कि, मेरे लिए यह एक भावुक क्षण है और मैंने बड़े भावुक मन से इस्तीफा दिया है. केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे देश के सदन में सांसद के रूप में भेजा है.
सांसद बनने के बाद विधानसभा से मैंने इस्तीफा दिया है. मैं मेरे समर्थकों को कहना चाहता हूं कि, मैं पहले की तरह आपका मोहन बना रहूंगा.
उन्होंने केंद्र में मंत्री नहीं बनने के सवाल पर कहा था कि, मुझे कोई मलाल नहीं और पार्टी ने लगातार मुझे कई पदों पर जनता की सेवा करने का मौका दिया है. उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा देने के सवाल पर कहा था कि ये मुख्यमंत्री जी का विशेषाधिकार है.
अपना ऑफर और सम्मान अपने पास रखें डहरिया: बृजमोहन
बता दें कि बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा नहीं देने पर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए थे. पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने उन्हें कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया था. इस न्यौते का जवाब देते हुए उन्होंने ने कहा था कि वे अपना ऑफर और सम्मान अपने पास रखें.
बृजमोहन ने मंत्री पद से भी दे दिया है इस्तीफा
बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कैबिनेट की बैठक में मंत्री पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने विधायक के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दिया था.