हाइलाइट्स
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15 मई को जैतखाम को पहुंचाया था नुकसान
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पुलिस ने तीन आरोपियों को किया था अरेस्ट
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असली अपराधी को बचा रही पुलिस: समाज
CG Baloda Bazar Violence: बीते दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हिंसा भड़क गई थी। इस मामले पर सरकार ने तुरंत संज्ञान लिया है।
इस घटना में सरकार ने माना है कि यहां प्रशासनिक चूक हुई है। इसके चलते यह हिंसा हुई है। अब सरकार इस मामले को लेकर गंभीर हैं।
डिप्टी सीएम सोमवार की रात ही घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।
इसके साथ ही प्रशासनिक चूक को लेकर अब कलेक्टर और एसपी निशाने पर हैं। इधर मंगलवार की सुबह घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है। टीम अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है।
बलौदाबाजार मामले में 120 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी, घटनास्थल पहुंची फॉरेंसिक टीम | Baloda Bazar#balodabazar #Collector #spoffice #CGNews #chhattisgarh #forensicteam pic.twitter.com/rvd34ZvAOr
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 11, 2024
बता दें कि 10 जून को हुई हिंसा के बाद छत्तीसगढ़ का बलौदाबाजार (CG Baloda Bazar Violence) छावनी में तबदील है। एक दिन पहले यहां हिंसा फैल गई थी।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर कार्यालय में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की और कलेक्ट्रेट के कई हिस्सों में आग लगा दी।
इसके साथ ही सैकड़ों वाहनों को भी फूंक दिया। इस घटना के बाद देर रात डिप्टी सीएम भी घटना स्थल पर पहुंचे थे।
घटना स्थल पर पहुंची टीम
प्रदर्शनकारियों के बलौदाबाजार में हिंसा करने के बाद आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले की जांच के लिए आज घटन स्थल पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंची है। फॉरेंसिक टीम अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। वहीं मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात है।
हिंसा के फुटेज के आधार पर 120 अरेस्ट
बलौदाबाजार में सोमवार को हुई हिंसा के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इस मामले में अब तक 120 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। वीडियो फुटेज के माध्यम से आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
बता दें कि प्रदर्शनकारी 15 मई को जैतखाम में तोड़फोड़ (CG Baloda Bazar Violence) करने वाले आरोपियों के खिलाफ प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस दौरान समाज के लोगों ने कलेक्टर कार्यालय में ही तोड़फोड़ आग लगा दी।
जिसको लेकर शहर में दहशत का माहौल है। यहां हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस अधिकारियों को पिछले दरवाजे से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
इस घटना के बाद सीएम साय ने जांच के आदेश दिए हैं।
दोषियों पर होगी कार्रवाई: शर्मा
वहीं डिप्टी सीएम विजय शर्मा (Deputy CM Vijay Sharma) ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सरकार के एक्शन(CG Baloda Bazar Violence) के बाद पुलिस प्रशासन ने हाई लेवल मीटिंग की जिसमें रायपुर संभाग के कमिश्नर,कलेक्टर, और दो रेंज के आईजी शामिल हुए। बैठक में कई बिंदुओं को लेकर समीक्षा की गई।
डिप्टी सीएम ने CBI जांच के दिए आदेश
जैतखाम (CG Jaitkham News) की घटना के बाद पुलिस ने तीन लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था, लेकिन समाजजनों का आरोप है कि ये असली आरोपी नहीं है।
असली आरोपियों की गिरफ्तारी (CG Baloda Bazar Violence) की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इसी मामले में डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि 15 मई को जैतखंभ को नुकसान पहुंचाने वाले दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। यह आरोप प्रदर्शनकारियों ने लगाया है। इसको लेकर लोग कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। इसके चलते सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली थी।
क्या है जैतखंभ, विवाद क्यों?
बता दें कि जैतखाम एक छत्तीसगढ़ (CG Baloda Bazar Violence) शब्द है। इसका अर्थ जय खंभ है। इस जैतखाम पर एक समाज विशेष की गहरी आस्था है।
इस जय खंभ पर सफेद झंडा फहराया जाता है। आमतौर पर सतनामी समुदाय के लोगों की इस पर गहरी आस्था है। जैतखाम को नुकसान पहुंचाने पर सोमवार को प्रदर्शन करने 5 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे।
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यह है बलौदाबाजार हिंसा की असली वजह
जानकारी के मुताबिक 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय (CG Satnami Samaj) के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट (CG Baloda Bazar Violence) के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले में पहले ही 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सतनामी समाज का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है।
सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।