रिपोर्ट- अंकित श्रीवास्तव
Gorakhpur News: पिछले 4 सालों से ‘‘नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन (एन०एम०ओ०)‘‘ गोरक्ष प्रान्त एवं अवध प्रान्त एवं अन्य सहयोगी संगठनों के सम्मिलित प्रयासो से भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में ‘‘गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा‘‘ का आयोजन करता है।
बता दें, पिछले साल यह यात्रा 8 से 11 फरवरी तक आयोजित हुई थी। उस समय 52 मेडिकल कॉलेजों के 650 चिकित्सकों ने 280 शिविर लगाकर लगभग 1,41,242 मरीजों का निःशुल्क उपचार, जांच करके दवाएं दी थी। इसका शुभारंभ आज यहां पर गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. पूनम टंडन और गोरखपुर मेयर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया ।
3 दिन तक चलेगी सेवा यात्रा
यह यात्रा भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र मे थारू जनजातीय एवं समीपवर्ती क्षेत्रों के 6 जिलों (लखीमपरु खीरी, बहराइर्च, श्रावस्ती, बारामपुर, सिद्धार्थनगर एवं महराजगंज) में थारू जनजाति सहित सर्वसमाज के मरीजों की सेवा में आयोजित होती रही है।
3 दिन तक चलने वाले इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा मे 800 चिकित्सक उन्हीं के बीच रहेंगे और 300 गावों में जाकर 1.5 लाख से अधिक लोगों की बीमारियों का निःशुल्क इलाज करेंगे। चिकित्सा क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आनुषंगिक शाखा ‘‘नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन गोरक्ष प्रान्त इस साल गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा 06 फरवरी से निकाला गया है।
यह यात्रा 9 फरवरी तक चलेगी, 7,8 फरवरी को महराजगजं के नौतनवा, निचलौल,लक्ष्मीपुर, बृजमनगजं व सिद्धार्थनगर के लोटन, बर्डपुर,शोहरतगढ़, बढ़नी में कैम्प लगाकर रोगियों का निःशुल्क ईलाज तथा दवाई्या वितरित की जाएंगी। 9 फरवरी को महराजगंज के चैक बाजार व सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ में मेगा कैम्प की भी व्यवस्था की गयी है।
300 गांव में पहुंचेंगे 800 डॉक्टर
‘‘नेशनल मेडिकाजे आर्गेनाइजेशन‘‘ के सचिव डॉ0 अमित सिंह ‘‘श्रीनेत‘‘ ने बताया कि गोरखनाथ प्रांत के सचिव डॉ अमित सिंह ने बताया कि यह गुरु गोरखनाथ सेवा यात्रा है। 300 गांव में 800 डॉक्टरों द्वारा निशुल्क चिकित्सा सुविधा दिया जाएगा। इसमें थारू जनजाति है, जो वंचित गांव है इंडो नेपाल बॉर्डर पर उनको चिन्हित किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि उस जगह पर जहां स्वास्थ्य सुविधा नहीं पहुंची है। उन जगहों पर जाकर हमारे डॉक्टर उनकी टीम मरीज का चेकअप करेंगे, उनको दवाइयां देंगे, कुछ पैथोलॉजिकल जांच भी होगी यह सब निशुल्क होगा, जिन मरीजों को गंभीर बीमारी की शिकायत होगी। उनको वहां के मेडिकल कॉलेज या बड़े अस्पताल में बुलाकर उनका इलाज किया जाएगा।
इस कैंप का उद्घाटन कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा होना है वैसे इसका शुभारंभ आज यहां पर गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर पूनम टंडन और गोरखपुर मेयर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
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CM योगी आदित्यनाथ की पहल
Gorakhpur News: गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. पूनम टंडन ने कहा की आज का कार्यक्रम बड़ा विशेष कार्यक्रम है, इसमें लगभग 800 डॉक्टर नेपाल बॉर्डर पर थारू जनजाति के लोगों के पास 300 गांव में जाएंगे, 2 रात डॉक्टर की टीम वहां पर रुकेगी और वहां पर मेडिकल अवेयरनेस क्रिएट करेंगे।
उन्होंने कहा, उसके अलावा वहां पर चिकित्सा सुविधा दी जाएगी, दवाइयां भी वितरित की जाएगी। डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट वह समझे हमारे देश को स्पेशली जो ऐसी जनजाति है, जिनको चिकित्सा सुविधा की जरूरत है, उनके बारे में जानें।
हमारे मेडिकल स्टूडेंट को हमारे देश को समझने का और देश प्रेम का जज्बा उनके अंदर हो जब वह आगे पढ़कर निकले तो कम से कम वह यह भाव लेकर जाएं कि हमको ऐसे लोगों को सर्व करना है जिन तक चिकित्सा सुविधा सही तरीके से नहीं पहुंच पा रही है।
सोसाइटी के हर वर्ग को सर्व करना है, सेवा भावना के साथ डॉक्टर जा रहे हैं, इसका उद्घाटन गुरु गोरखनाथ प्रांगण से हुआ है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पहल है, भारत में हर वर्ग के लोग हैं और चिकित्सा सुविधा हर एक को चाहिए, यह बहुत अच्छी पहल है, यहां से डॉक्टर जाएंगे आज इसका शुभारंभ हुआ है, यहां से बसों को रवाना किया जाएगा।
नैतिकता व देशप्रेम का भाव होगा जागृत
यात्रा संरक्षक गोरखपुर मेयर डॉ. मंगलेश ने बताया कि इस स्वास्थ्य सेवा यात्रा बी०आर०डी० मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, एम्स गोरखपुर, देवरिया मेडिकल कालेज, आजमगढ़ मेडीकल कॉलेज, बस्ती मेडीकल कालेज व सिद्धार्थ नगर मेडीकल कालेज, के.जी.एम.यू., एस.जी.पी.जी.आई. आर.एम.एल. तथा 70 से अधिक मेडीकल कालेजो के करीब 800 स्टूडेन्ट एवं डाक्टर तथा प्राइवेट प्रैक्टशनर 06 से 09 फरवरी तक सेवा कार्य करेंगे।
चिकित्सको की टोली 300 गावों में जाकर करीब 1.5 लाख मरीजो को सेहत का संस्कार देगी। उन्हों ने बताया कि लोगो को बीमारी से बचाने के साथ ही चिकित्सको में भी राष्ट्रीयता, नैतिकता व देशप्रेम का भाव जागृत करने का निरन्तर प्रयास किया जा रहा है।
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