नई दिल्ली। पडोसी देश चीन ने 2010 में Google कि सर्च इंजन को बंद कर दिया था। इसका प्रमुख कारण था कि सरकार द्वारा इंटरनेट सामग्री को बड़े पैमाने पर सेंसर किया जा रहा था। इसके सात सालों के बाद 2017 में Google ने एक वेबसाइट और ऐप के जरिए चीन में ट्रांसलेशन सर्विस की शुरुआत कर दी थी।
आज कल हर कोई ऑनलाइन काम के आधीन हो चला है। ऐसे में एक बड़ी खबर आ रही है कि चीन ने दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन को Google ने ट्रांसलेट सर्विस को बंद कर दिया है। यह एक काफी बड़ी खबर है। इस कदम से पड़ोसी देश में कंपनी की सेवाओं का दायरा और भी छोटा हो गया है। कपंनी ले लिए भी यह बहुत बड़ा झटका है।
चीन में ट्रांसलेट वेबसाइट खुलने पर अब एक जेनेरिक गूगल सर्च बार दिखाई दे रहा है। इस पर क्लिक करते ही यूजर्स हांगकांग की गूगल ट्रांसलेशन वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। हालांकि चीनी यूजर्स हांगकांग की ट्रांसलेशन वेबसाइट का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में अमेरिकी टेक कंपनी ने ट्रांसलेशन सर्विस को कम इस्तेमाल किए जाने के कारण बंद कर दिया है। अब देखना होगा कंपनी अब इस पर अपनी क्या प्रतिक्रिया देती है।