Chrome Alert: भारत सरकार की साइबर एजेंसी CERT-In ने Google Chrome यूजर्स के लिए एक हाई रिस्क अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, पुराने वर्जन वाले क्रोम ब्राउज़र में एक टेकनिकल दिक्कत है, जिससे हैकर्स यूज़र के सिस्टम में घुसकर पर्सनल जानकारी चोरी कर सकते हैं। सरकार ने इसे एक बड़ा साइबर खतरा बताया है और सभी यूज़र्स से ब्राउज़र को तुरंत अपडेट करने की सलाह दी है।
क्यों है खतरनाक?
इस सिक्योरिटी की खामी के जरिए हैकर्स गलत कोड चलाकर सिस्टम हैक कर सकते हैं। CERT-In के अनुसार, यह दिक्कत डेस्कटॉप वर्जन के पुराने Google Chrome में पाई गई है। इसका फायदा उठाकर हैकर्स बिना यूज़र की जानकारी के डेटा एक्सेस कर सकते हैं।
इस Chrome वर्जन को करना है अपडेट
यदि आपके पास Chrome वर्जन 136.0.7103.113 या उससे नया वर्जन है, तो आप सुरक्षित हैं। लेकिन यदि आपका वर्जन इससे पुराना है, तो फौरन अपडेट करना जरूरी है। Google ने इस खामी को नए वर्जन में ठीक कर दिया है, जिससे यूज़र्स की प्राइवेसी अब सुरक्षित है।
Google Chrome को कैसे करें अपडेट?
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सबसे पहले अपने कंप्यूटर में Chrome ब्राउज़र खोलें।
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दाएं ऊपर दिए गए तीन डॉट्स (⋮) पर क्लिक करें।
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“Settings” > “About Chrome” पर जाएं।
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यहां Chrome खुद को ऑटोमैटिक अपडेट करना शुरू कर देगा।
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अपडेट होने के बाद ब्राउज़र को रीस्टार्ट करें और दोबारा “About Chrome” में जाकर वर्जन चेक करें।
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Airtel का नया फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम
जहां एक तरफ सरकार सिक्योरिटी को लेकर सख्त हो रही है, वहीं दूसरी तरफ टेलीकॉम कंपनियां भी पीछे नहीं हैं। Airtel ने एक नई फ्रॉड डिटेक्शन टेक्नोलॉजी लॉन्च की है जो फेक कॉल्स, फिशिंग लिंक और ऑनलाइन स्कैम को पहचानकर यूज़र्स को अलर्ट करती है। आज देश में 380 मिलियन से ज्यादा इंटरनेट यूज़र्स हैं और ऐसे में ये टेक्नोलॉजी उनकी सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी बन जाती है।
साइबर सुरक्षा के लिए सावधानी जरूरी
सरकार और कंपनियां मिलकर आपकी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत बना रही हैं, लेकिन यूज़र्स को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
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किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें
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अनजान कॉल्स या मैसेज से बचें
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अपने ऐप्स और ब्राउज़र को समय-समय पर अपडेट करते रहें