इंदौर। मध्य प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि सूबे में आने वाले दिनों में 4,700 से अधिक नयी इकाइयों में उत्पादन शुरू होने की स्थिति में तीन लाख से ज्यादा नये रोजगार पैदा होंगे। सखलेचा ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘कोविड-19 संकट की चुनौतियों के बावजूद प्रदेश में पूंजी लगाने के लिए एमएसएमई क्षेत्र के निवेशकों में खासा उत्साह है। पिछले एक साल के दौरान राज्य में इस क्षेत्र की 1,790 इकाइयों का भूमिपूजन किया गया है। इनमें से करीब 1,200 इकाइयों में उत्पादन भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, अगर सबकुछ ठीक रहा, तो अगस्त के आखिर तक 40 जिलों में 3,000 और नयी इकाइयों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। सखलेचा ने कहा कि इन 4,790 इकाइयों में उत्पादन शुरू होने पर राज्य में तीन लाख से ज्यादा नये रोजगारों का सृजन होगा।
चीन के सामान की गुणवत्ता पर सवाल
उन्होंने दावा किया, ‘चीन में बनने वाले सामान की गुणवत्ता पर काफी सवाल उठ रहे हैं। इस कारण वैश्विक बाजार में बने निर्वात के कारण भारतीय प्रदेशों को नया निवेश आकर्षित करने में अपेक्षा से ज्यादा सफलता मिल रही है।’ राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीन जुलाई को इंदौर में एक कार्यक्रम में कहा था कि शहर के सुपर कॉरिडोर पर प्रदेश सरकार से रियायती दरों पर बड़ी जमीनें हासिल कर अपनी इकाइयां शुरू करने वाली आईटी कम्पनियां- टीसीएस और इन्फोसिस बेहद कम रोजगार दे रही हैं। सखलेचा के पास विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भी है। उन्होंने टीसीएस और इन्फोसिस को लेकर मुख्यमंत्री के बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि प्रदेश सरकार अलग-अलग आईटी कम्पनियों की सलाह के आधार पर इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के आखिरी सेमेस्टर में जल्द ही विशेष पाठ्यक्रम जोड़ेगी ताकि सूचना प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्रों में आ रहे परिवर्तनों के मुताबिक विद्यार्थियों का कौशल विकास किया जा सके।