Independence Day Speech In Hindi 2024: स्वतंत्रता दिवस हमारे देश का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का मुख्य उद्देश्य है हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना और उनके बलिदान (15 August Hindi Speech) को सम्मानित करना।
स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्कूल को रंग-बिरंगी झंडियों और तिरंगे झंडे से सजाया जाता है। सुबह-सुबह सभी छात्र, शिक्षक, और स्कूल का स्टाफ स्कूल के मैदान में इकट्ठा होते हैं।
प्रिंसिपल या मुख्य अतिथि ध्वजारोहण करते हैं और राष्ट्रगान गाया जाता है। इसके बाद सभी छात्र और शिक्षक स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं।
अगर आपके बच्चे भी स्कूल में स्पीच कम्पटीशन में भाग लेने जा रहें हैं तो आप उन्हें ये स्पीच सिखा सकती हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर दूसरा भाषण
नमस्ते और सभी को शुभ दिन!
आज हम सब यहाँ 15 अगस्त के शुभ अवसर पर एकत्रित हुए हैं। इस दिन का हमारे देश के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। 1947 में इसी दिन हमें ब्रिटिश शासन से आज़ादी मिली थी और हमारा देश स्वतंत्र हुआ था।
हमारे स्वतंत्रता संग्राम में अनेक महापुरुषों ने अपने प्राणों की आहुति दी। महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, और जवाहरलाल नेहरू जैसे वीरों के बलिदान और संघर्ष के कारण ही हम आज स्वतंत्र हैं। हमें उनके योगदान को हमेशा याद रखना चाहिए और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए।
स्वतंत्रता केवल एक दिन की नहीं, यह एक निरंतर प्रयास है। आजादी मिलने के बाद हमारे देश ने बहुत प्रगति की है, लेकिन अभी भी हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। गरीबी, शिक्षा, और रोजगार की समस्याएँ अभी भी हमारे देश के सामने हैं। हमें इन समस्याओं को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और अपने देश को एक समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र बनाना होगा।
आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी को मिलकर अपने देश के विकास में योगदान देना चाहिए। हम सभी को अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए और अपने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
अंत में, मैं यह कहना चाहूंगा कि हम सबको अपने देश पर गर्व होना चाहिए और अपने तिरंगे की शान को हमेशा बनाए रखना चाहिए।
जय हिंद!
वंदे मातरम्!
स्वतंत्रता दिवस पर दूसरा भाषण
प्रिय प्रधानाचार्य जी, शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों,
आज का दिन हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आज हम 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। यह दिन हर भारतीय के दिल में गर्व और सम्मान का अहसास कराता है। 15 अगस्त 1947 को हमारे देश ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी पाई और हमें स्वतंत्रता का उपहार मिला।
यह स्वतंत्रता हमें यूं ही नहीं मिली, इसके लिए कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से ब्रिटिश शासन को झुकने पर मजबूर किया। भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान वीरों ने अपने जीवन को देश के लिए न्यौछावर कर दिया।
आज हम जिस स्वतंत्र और प्रगतिशील भारत में रह रहे हैं, वह उन्हीं महान व्यक्तियों की देन है। लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि स्वतंत्रता के साथ हमारी जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं। हमें अपने देश के विकास में योगदान देना चाहिए और इसे और भी ऊंचाइयों तक ले जाना चाहिए।
आज का दिन हमें यह प्रेरणा देता है कि हम सबको मिलकर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश के प्रति अपने दायित्वों को निभाना चाहिए।
अंत में, मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हम सब मिलकर इस स्वतंत्रता दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाएं और अपने देश के प्रति सच्ची श्रद्धा अर्पित करें।
जय हिंद!
वंदे मातरम्!
स्वतंत्रता दिवस पर तीसरा भाषण
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों,
आज 15 अगस्त है, एक ऐसा दिन जिसे हर भारतीय हर्ष और गर्व के साथ मनाता है। 1947 में इसी दिन हमें ब्रिटिश शासन से मुक्ति मिली थी। आज के दिन हम अपने देश के उन महानायकों को याद करते हैं जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, और अनेकों (15 August Hindi Speech) स्वतंत्रता सेनानियों ने इस देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उनकी कुर्बानियों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। उनके त्याग और संघर्ष ने ही हमें यह दिन देखने का अवसर दिया है।
स्वतंत्रता का अर्थ केवल गुलामी से मुक्ति नहीं है, बल्कि यह एक जिम्मेदारी भी है। आजादी के साथ हमारे कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी भी आई है, देश की सुरक्षा, विकास और समृद्धि के लिए कार्य करने की जिम्मेदारी। हमें अपने देश को और भी शक्तिशाली और विकसित बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
हमारे पूर्वजों ने हमें स्वतंत्रता दिलाई, अब हमारी (15 August Hindi Speech) बारी है कि हम उनके सपनों के भारत का निर्माण करें। हमें अपने समाज को न्याय, समानता और भाईचारे की भावना से भरपूर बनाना होगा। हम सभी को अपने देश की प्रगति के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।
इस अवसर पर, मैं आप सभी से यह आग्रह करता हूं कि हम सभी मिलकर देश की उन्नति में योगदान दें और इसे और भी ऊंचाइयों पर ले जाएं।
जय हिंद!
वंदे मातरम्!
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