Monsoon Floor Cleaning Tips: मानसून गर्मियों से राहत देने के लिए आता है। बारिश की एक एक बूंद जैसे मानों मन को राहत दे रही हो। वहीं बारिश का मौसम जितना सुकून देने वाला होता है, उतनी ही ये मौसम समस्याएं भी साथ लाता है। मिट्टी, कीचड़, सीलन और फंगल संक्रमण जैसी समस्याएं न केवल घर की खूबसूरती बिगाड़ती हैं, बल्कि परिवार की सेहत पर भी बुरा असर डालती हैं। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी होती है घर के फर्श को लेकर। फर्श जल्दी गंदा होता है, फिसलन बढ़ जाती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में आम से लेकर खास तक सबकी शिकाय यह रहती है की कैसे इससे निपटा जाए। ऐसे में आज हम आपको इससे बचने के कुछ असरदार उपाए बताएंगे।
बारिश में घर क्यों जल्दी गंदा होता है ? इससे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं ? और आप कैसे सिर्फ देसी उपायों से गंधी हुई घर की फर्श को चमका सकते हैं, आज इसी पर हम चर्चा करेंगे।
बारिश में घर क्यों होता है जल्दी गंदा?

दरअसल, बारिश में घर के बाहर गंदगी होना आम बात है। लेकिन जब यही गंदगी घर के अंदर आने लग जाए तो मुसीबत के साथ कई बिमारियों को भी लेकर आती है। बाहर से आने वाले लोग पैरों के जरिए कीचड़, मिट्टी और पानी घर के अंदर ले आते हैं। वहीं बारिश के कारण दीवारों और फर्श में सीलन आ जाती है, जिससे गंदगी चिपकने लगती है। तो बारिश में खिड़कियां कम खुलती हैं, जिससे वेंटिलेशन घटता है और बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं। अगर घर में पालतू जानवर हैं, तो वे भी गीले पैरों से गंदगी फैला सकते हैं।
गंदे फर्श से हो सकती हैं ये बीमारियां
बारिश में गंदगी और नमी के कारण कई तरह के बैक्टीरिया और फंगस पनपते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
संक्रमण का नाम | मुख्य कारण | लक्षण |
---|---|---|
डेंगू/मलेरिया | गंदगी में मच्छरों का पनपना | बुखार, कमजोरी, शरीर दर्द |
फंगल इंफेक्शन | नमी और सीलन से फंगस बनना | खुजली, लाल चकत्ते, जलन |
स्किन एलर्जी | गंदे और कीटाणुयुक्त फर्श से संपर्क | रैशेस, जलन, त्वचा में खुश्की |
सर्दी-खांसी | ठंडी, गीली सतहों और बंद माहौल से | छींक, गले में खराश, जुकाम |
कैसे रखें घर को साफ और बिमारियों से मुक्त

बारिश में सिर्फ सफाई करना ही काफी नहीं होता है, बल्कि स्मार्ट सफाई करना जरूरी है। यानी वो तरीका अपनाना जो न केवल फर्श को साफ करे, बल्कि कीटाणु भी दूर भगाए। साथ में भीनी-भीनी खुशबू भी दे। अगर आप पोछे के पानी में कुछ खास चीजें मिला दें, तो आपका फर्श सिर्फ साफ ही नहीं, बल्कि चमकदार और खुशबूदार भी हो जाएगा। आइए जानते हैं ये देसी उपाय के बारे में।
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फाइव स्टार होटल जैसा चमकेगा फर्श

नींबू और दही का मिक्सचर
इसे बनाने के लिए एक बाल्टी पोछे के पानी में 4 चम्मच दही और 5-6 नींबू की बूंदें डालें। इससे दही में लैक्टिक एसिड होता है, जो फर्श की गंदगी को घोल देता है और नींबू की खुशबू कीटाणुओं को दूर भगाती है। जिससे फर्स चमकदार, चिकना और साफ होगी।
टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल
पोछे के पानी में सिर्फ 2 बूंद टी ट्री ऑयल डालें। ये एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल होता है, जो घर के कोनों में लगे फंगस और बैक्टीरिया को हटाता है।
रोजमेरी ऑयल से महक
पोछे के पानी में 2 बूंद रोजमेरी ऑयल डालें। यह तेल बहुत स्ट्रॉन्ग खुशबू देता है, जिससे घर होटल जैसा महकने लगता है। साथ ही यह भी एंटीसेप्टिक होता है।
सप्ताह में सिर्फ दो बार करें इस्तेमाल
ये घरेलू उपाय हफ्ते में 1-2 बार अपनाना ही काफी है। रोजाना जरूरत नहीं। इससे महक भी बनी रहेगी और सफाई भी।
पोछे का जादुई फॉर्मूला
सामग्री | मात्रा | उद्देश्य |
---|---|---|
दही | 4 चम्मच | फर्श की गहराई तक सफाई |
नींबू रस | 5-6 बूंदें | चमक और कीटाणुनाशक प्रभाव |
टी ट्री ऑयल | 2 बूंद | एंटीबैक्टीरियल और फंगस हटाने के लिए |
रोजमेरी ऑयल | 2 बूंद | महक और संक्रमण से बचाव |
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FAQs
सवाल – क्या ये उपाय टाइल्स और मार्बल दोनों पर काम करेंगे?
जवाब – जी हां, ये नुस्खे हर प्रकार के फर्श (मार्बल, टाइल्स, सीमेंट) पर काम करते हैं।
सवाल – क्या दही की महक फर्श पर रह जाती है?
जवाब – बिल्कुल नहीं, टी ट्री और रोजमेरी ऑयल की खुशबू दही की स्मेल को खत्म कर देती है।
सवाल – क्या इसे हर दिन किया जा सकता है?
जवाब – सप्ताह में 1–2 बार करना पर्याप्त है, रोजाना ज़रूरत नहीं।