Atithi Shikshak Portal MP: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में करीब 70 हजार अतिथि शिक्षक पढ़ाने का काम कर रहे हैं। बावजूद इसके अब भी कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है।
उच्च पद प्रभार, अतिशेष और नई नियुक्ति के कारण कई अनुभवी अतिथि शिक्षक व्यवस्था से बाहर हो गए हैं। इन्हें वापस लेने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग मशक्कत कर रहा है। अब विभाग ने इसके लिए प्लान तैयार कर लिया है।
24 घंटे में बुलाई खाली पदों की जानकारी
विभाग ने प्रदेशभर के स्कूलों से शिक्षकों के खाली पदों की जानकारी बुलाई है। इसके लिए 24 घंटे का वक्त दिया गया है।
इस संबंध में 5 नवंबर को लोक शिक्षण संचालनालय यानी DPI की अपर संचालक कामना आचार्य ने प्रदेश के सभी शाला प्रभारियों को आदेश जारी कर दिए हैं। शाला प्रभारियों को जानकारी 6 नवंबर तक देना है।
जानकारी नहीं देने वाले स्कूलों को नहीं मिल सकेंगे अतिथि
आदेश में अपर संचालक कामना आचार्य ने स्पष्ट किया है कि ऐसे स्कूल जो समय पर खाली पदों की जानकारी नहीं देंगे, इस सत्र में वहां अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकेगी।
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पोर्टल पर यदि किसी स्कूल में शाला प्रभारी का नाम नहीं दिखाई दे रहा है तो जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, बीईओ या बीआरसी से तुरंत संपर्क कर अपना नाम शाला प्रभारी के रूप में दर्ज करवाने के भी निर्देश दिये गए हैं।
GFMS पोर्टल होगा अपडेट
विभाग सबसे पहले GFMS पोर्टल अपडेट करेगा, ताकि प्रदेश में शिक्षकों के रिक्त पदों की वास्तविक स्थिति का पता चल सके।
हाल ही में जब अतिथि शिक्षकों को स्कूल अलॉट किये गए तो कई अतिथियों को ऐसे स्कूल आवंटित हो गए थे, जहां शिक्षक का कोई पद ही खाली नहीं था, जिस वजह से वे आज तक ज्वाइन नहीं कर पाए।
यही कारण है कि विभाग अब स्कूल आवंटित करने से पहले पोर्टल अपडेट करना चाह रहा है, ताकि दोबारा ये स्थिति न बनें।
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अभी दो बार हुई अतिथियों की नियुक्ति
ऐसे सरकारी स्कूल जहां उच्च पद प्रभार, अतिशेष और नई भर्ती प्रक्रिया से पदों पर कोई असर नहीं पड़ा, वहां सालों से काम कर रहे अतिथियों को जुलाई में ही नियुक्त कर दिया गया था। ऐसे अतिथि शिक्षकों की संख्या करीब 50 हजार है।
वहीं उच्च पद प्रभार और अतिशेष प्रक्रिया के कारण नये रिक्त पदों पर अतिथियों की भर्ती 18 अक्टूबर को हुई, जब उन्हें स्कूल आवंटित हुए। ऐसे अतिथियों की संख्या करीब 20 हजार है।
हालांकि कई विसंगतियों के कारण हजारों अनुभवी अतिथि शिक्षक अब भी बाहर है। नई भर्ती से भी रिक्त पदों की संख्या प्रभावित हुई है, ऐसे में विभाग पोर्टल को अपडेट कर फिर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति करेगा।
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