सागर आइलैंड। Ganga Sagar Mela पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के सागर आइलैंड स्थित गंगासागर में शनिवार को मकर संक्रांति के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान दो लोगों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई, जिनकी उम्र 70 साल के आसपास थी। एक अन्य व्यक्ति की शुक्रवार को मौत हुई थी। मेला का प्रभार संभाल रहे पश्चिम बंगाल के ऊर्जा एवं खेल मंत्री अरुप बिश्वास ने बताया, ‘‘पांच जनवरी से लेकर 14 जनवरी को मंकर संक्रांति तक करीब 40 लाख श्रद्धालु गंगासागर मेला में आ चुके हैं, जिनमें से अधिकतर अपने-अपने घरों को लौट चुके हैं।’’उन्होंने बताया कि शनिवार को शाम छह बजकर 53 मिनट पर मकर संक्रांति का स्नान शुरू हुआ और सर्दी के बावजूद लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई और कपिल मुनि आश्रम में दर्शन किए।
बिश्वास के मुताबिक, स्नान 24 घंटे तक चलेगा और कई श्रद्धालुओं के रविवार को स्नान करने की संभावना है। उन्होंने बताया कि दो श्रद्धालुओं की शनिवार को मौत हो गई, जिनकी पहचान ओडिशा के रहने वाले 72 वर्षीय प्रताप चंद्र गिरि और बिहार निवासी 73 वर्षीय बियोला देवी के तौर पर की गई है। मंत्री ने बताया कि अब तक 3,500 श्रद्धालुओं ने ‘ई-स्नान’ सेवा का लाभ लिया है, जिसके तहत ऑनलाइन ऑर्डर करने पर व्यक्ति के घर पर गंगासागर का पवित्र जल पहुंचाया जाता है। उन्होंने बताया कि गंगासागर मेला के दौरान ई-दर्शन के माध्यम से अब तक करीब 60 लाख लोगों ने कपिल मुनी मंदिर में दर्शन किए हैं। बिश्वास ने बताया कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, स्पेन, रूस, यूक्रेन, न्यूजीलैंड, ब्राजील और देश के अलग-अलग हिस्सों के श्रद्धालुओं ने सागर प्रवचन कार्यक्रम में हिस्सा लिया है, जिसमें अध्यात्म और शांति का संदेश दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि पहली बार राज्य के सूचना एवं संस्कृति विभाग ने मेला क्षेत्र में सात भाषाओं-बांग्ला, भोजपुरी, हिंदी, मराठी, उड़िया, तमिल और तेलुगु में उद्घोषणा की व्यवस्था की है, ताकि अलग-अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को सहूलियत हो। मंत्री ने बताया कि मेले में सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं और अब तक विभिन्न अपराधों के सिलसिले में पुलिस ने कुल 35 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, तटरक्षक बल और आपदा प्रबंधन दल के कर्मियों ने तटरेखा पर चौकसी बढ़ा दी है तथा पुलिस और सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों को मेला मैदान में तैनात किया गया है। गंगासागर मेले पर नजर रखने के लिए 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और 25 ड्रोन तैनात किए गए हैं।