भोपाल। गणेश चतुर्थी Ganesh Chaturthi को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya Scindia )के घर इस बार भी गणेश विराजेंगे लेकिन सिंधिया के घर विराजने वाले गणेश कुछ खास होंगे। सिंधिया के घर इस बार इंदौर में जड़ी बूटी से बने शास्त्रोक्त श्रीमंत दगडू सेठ गणपति जी विराजित होंगे। यह विशेष प्रतिमा इंदौर में मिट्टी गोबर और 76 जड़ी बूटियों के अर्क से मंत्रोच्चार के साथ तैयार की गई है, यह प्रतिमा विमान से राजधानी दिल्ली भेजी जाएगी। मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ये गणपति प्रतिमा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भेंट करेंगे।
पांच नदियों का जल और 7 तीर्थों की मिट्टी
मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि यह विशेष प्रतिमाएं इंदौर का एक परिवार तैयार करता है। औषधियों के अर्क के साथ ही पांच नदियों का जल और 7 तीर्थों की मिट्टी इस्तेमाल होती है। दरअसल पुराणों और शास्त्रों में गणेश मिट्टी की प्रतिमाओं को शास्त्रीय विधान के साथ बनाने का उल्लेख मिलता है। प्रतिमा को बनाते वक्त मंत्रों का उच्चारण किया जाता है ताकि पॉजिटिव वाइब्रेशंस भी मूर्ति में समा सकें। शास्त्रों के मुताबिक इस तरह की बनी गणेश प्रतिमाओं में शक्ति और ऊर्जा का समावेश होता है। इन प्रतिमाओं को घर में ही किसी बर्तन में विसर्जित भी किया जा सकता है।
दुबई, शारजाह और अमेरिका तक है डिमांड
मंत्री सिलावट का कहना है कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)पर मिट्टी की प्रतिमाएं स्थापित करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जाएगा। इंदौर के शास्त्रोक्त श्रीमंत दगडू सेठ गणपतिजी कुछ खास हैं, इन्हें आकार देने में 5 से 6 दिन का वक्त लगता है। निर्माण में 76 प्रकार की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल होता है। ये मूर्तियां देश के 30 शहरों के अलावा दुबई, शारजाह और अमेरिका तक जाती हैं। श्रीमंत दगडू सेठ गणपतिजी की मूर्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह को भेंट की जा चुकी हैं और अब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya Scindia)के घर भी ये खास गणेश विराजमान होंगे। हर साल आने वाले गणपति बप्पा के लिए जोर शोर से तैयारियां की जाती हैं और बप्पा को विदाई भी उसी अंदाज में दी जाती है। वहीं पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए मिट्टी से बनी प्रतिमाओं पर जोर दिया जाता है। ऐसे में श्रीमंत दगडू सेठ गणपतिजी और भी खास हो जाते हैं।