नई दिल्ली। हर पूजन की अपनी Ganesh Chaturthi 2021 एक विधि और तरीका होता है। जिसे ध्यान में रखकर ही पूजन किया जाना चाहिए। यदि ऐसा न किया जाए तो हमें अच्छे फल मिलने की बजाए दुष्परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। यही नियम श्रीगणेश पूजन में भी लागू होता है। हिन्दु धर्म में भगवान श्रीगणेश प्रथम पूजनीय हैं।
10 सितंबर से श्रीगणेश उत्सव प्रारंभ हो रहे हैं। Ganesh Chaturthi 2021 पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन करना निषेध माना गया है। आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी नियम जिन्हें भूलकर अगर आपने नहीं माना तो आप बड़े भारी संकट में फस सकते हैं।
इन बातों को न करें नजर अंदाज
इस बार 10 सितंबर 2021 को विघ्नहर्ता विराजेंगे। 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन इनकी विदाई हो जाएगी। इन 10 दिनों तक गणेश जी की पूजा- अर्चना की जाती है। आइए जानते हैं इन 10 दिनों तक हमें किन विशेष बातों का ध्यान रखना है।
1 — जहां तक संभव हो भगवान गणेश का पूजन करते वक्त लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना चाहिए। ऐसा करना शुभ होता है। गणपति की पूजा करने से सिद्धि और बुद्धि के साथ सुख-शांति की प्राप्ति होती है। कोशिश करें कि इस दिन नीले और काले रंग के कपड़े न पहनें।
2 — जब भी भगवान गणेश की प्रतिमा लाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि भगवान गणेश की प्रतिमा खड़ी हुई न हों। हमेशा बैठी हुई मुद्रा में प्रतिमा स्थापित करना शुभ होता है। भगवान गणेश को स्थापित करने से पहले रोली, कुमकुम से स्वास्तिक जरूर बनाएंं।
3— भगवान गणेश की पीठ में दरिद्रता का वास होता है। Ganesh Chaturthi 2021 अत: जब भी प्रतिमा स्थापित करें। तो कोशिश करें कि उनकी पीठ के दर्शन न हो।
4 — गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें। कि उनकी सूड़ दाएं तरफ मुड़ी हुई हो। ऐसी प्रतिमा धन और वैभव घर पर लाती है।
5 — गणेश जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल वर्जित है। ऐसा इसलिए क्योंकि तुलसी ने भगवान गणेश की विवाह का प्रस्ताव दिया था। और इस वजह से नाराज होकर भगवान गणेश ने उन्हें श्राप दे दिया था।
6. घर में कभी भी दो मूर्तियों की पूजा नहीं करनी चाहिए। गणेश पूजा में हमेशा नई मूर्ति की पूजा करें। दूसरी मूर्ति का विसजर्न कर दें।
7. गणेश उत्सव के 10 दिनों तक सात्विक भोजन करना चाहिए. इस दौरान प्याज, लहसुन और मांस मछली का सेवन नहीं करना चाहिए.
8. अंधेरे में भगवान गणेश के दर्शन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।