हाइलाइट्स
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गेमिंग की लत के कारण सीजी के जगदलपुर में बच्चे ने किया सुसाइड
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मां ने फोन छीना तो नदी में छलांग लगा कर दे दी जान
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सुसाइड नोट में लिखा- गेम खेलने नहीं दिया, इसलिए मर रहा हूं
Gaming Addiction: बच्चों में गेमिंग की लत जानलेवा बन रही है और इसके परिणाम चौंकाने वाले ही नहीं बल्कि भयंकर आ रहे हैं।
ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में रविवार, 12 मई को सामने आया। जिसमें PUB-G गेम की लत (Gaming Addiction) ने एक नाबालिग बच्चे की जान ले ली।
दिनभर फोन में गेम खेलता देख मां ने फोन छीन लिया तो इस बात से नाराज बेटे ने नदी में छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया।
यहां हम बता रहे हैं कि यदि आपका बच्चा भी इस लत (Gaming Addiction) का शिकार है तो क्या उपाय करें।
इतना ही नहीं उसके पास से मिले सुसाइड नोट ने तमाम गार्जियंस के होश उड़ा दिए हैं। उसने नोट में लिखा- मुझे गेम खेलने नहीं दिया, इसलिए मर रहा हूं।
ननिहाल में किया सुसाइड
दरअसल, मृत नाबालिग का नाम अभिनव गुप्ता (14) है। जो उत्तर प्रदेश के मुगलसराय का रहने वाला था।
करीब 10 दिन पहले अपनी मां के साथ जगदलपुर में ननिहाल आया हुआ था, यहां वह हर दिन पब गेम (Gaming Addiction) खेलता रहता था।
उसे गेमिंग की जबरदस्त लत लग गई थी। उसकी मां इसी लत से परेशान थी। इसलिए उसने बेटे से फोन छीन लिया था।
वह गेम नहीं खेल पा रहा था। इसी बात से नाराज होकर घर से कहीं चला गया था।
रात में नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई
इसके बाद रातभर घर नहीं लौटा। घरवालों ने शहर में अपने परिचितों के यहां और आसपास के इलाकों में पता लगाया।
उसका कहीं पता नहीं चला। वहीं इस मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई थी, इसके बाद सुबह उसकी लाश पुराना पुल के नीचे नदी में मिली।
सुसाइड नोट में क्या लिखा?
वहां मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी परिजनों और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। जिसमें लिखा था कि मुझे गेम नहीं खेलने दिया, इसलिए मैं मर (Gaming Addiction) रहा हूं।
हालांकि पुलिस सुसाइड नोट के साथ ही इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
ऑनलाइन गेमिंग की लत ऐसे छुड़ाएं
गेमिंग कंपनियों का मुख्य फोक्स रेवेन्यू पर रहता है। गेम के दौरान ये ऐप्स प्लेयर्स को इन-गेम आइटम्स खरीदने के लिए मजबूर करते हैं।
इससे ये कंपनियां तो पैसा कमा लेती हैं लेकिन प्लेयर्स का अकाउंट खाली हो जाता है। सबसे बड़ी चिंता तो उन प्लेयर्स के लिए है जो बैटिंग ऐप्स पर गेम खेलते हैं।
यहां पर लोगों को कई तरह के लालच दिए जाते हैं। इसमें लोग लालच में फंस जाते हैं और फिर ऑनलाइन स्कैम में पैसे हार जाते हैं।
पहले घर के बड़े खुद के लिए नियम बनाएं
घर के बड़ों को देखकर ही बच्चे मोबाइल चलाना सीखते हैं। कोशिश की जाए कि घर के बड़े खुद मोबाइल चलाने के लिए नियम बनाएं, फिर बच्चों को सिखाएं।
बच्चों को रचनात्कम कामों पर लगाएं। उन्हें फोन से दूर रखने की कोशिश करें।
हर दिन गेम खेलने का टाइम करें सेट
किसी भी चीज की लत (Gaming Addiction) को कम करना आसान नहीं है। ऐसे ही गेमिंग की लत को भी इतनी आसानी से कम नहीं किया जा सकता है।
ऐसे में आपको हर दिन थोड़ा-थोड़ा करके एडिक्शन को कम करना होगा।
हर दिन किसी भी स्क्रीन के सामने दो घंटे से ज्यादा नहीं बिताना चाहिए। ऐसे में आपको हर दिन खेल का समय 30 मिनट तक सीमित करना होगा।
इसके लिए आप फोन पर रिमाइंडर भी लगा सकते हैं।
बेडरूम से गेमिंग डिवाइस हटा दें
अगर आपको सोने से पहले गेम खेलने की आदत है तो यह आदत (Gaming Addiction) आपकी नींद खराब कर सकती है।
ऐसे में अगर आपने अपने बेडरूम में गेमिंग डिवाइस रखी है तो आपको इसे वहां से हटा देना चाहिए।
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बेकार की ऐप्स को डिलीट करें
कई बार गेमिंग की लत (Gaming Addiction) इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि हम अलग-अलग तरह के गेम डाउनलोड कर लेते हैं।
इस तरह से पूरे दिन गेमिंग करने की सीरीज सी बन जाती है। लत कम करने के लिए आपको गेमिंग ऐप्स को भी कम करना होगा।
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स्ट्रेस-फ्री एक्टिविटज
गेमिंग की लत (Gaming Addiction) कम करने के लिए आपको स्ट्रेस-फ्री एक्टिविटज पर ध्यान देना होगा।
जब आप अलग-अलग एक्टिविटीज पर ध्यान लगाएंगे तो धीरे-धीरे आपकी गेमिंग की लत कम होने लगेगी।
इसके लिए स्पोर्ट्स एक्टिविटी को में अपने डेली रूटिन में शामिल जरूर करें।