नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर डंपिंग यार्ड में लगी आग के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। गाजीपुर इलाके में ‘डंपिंग यार्ड’ (कूड़े का खत्ता) पर सोमवार को लगी भीषण आग को बुझाने का काम अब भी जारी है। घटना के 24 घंटे बाद भी कुछ-कुछ स्थानों पर आग लगी हुई है। इस घटना के बाद उठे धुएं के गुबार का असर आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दमकल की चार गाड़ियां मौके पर मौजदू हैं।
दमकल विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि आग पर काबू पाने का काम अब भी जारी है और प्रशीतन की प्रक्रिया पूरी होने में अभी कुछ और घंटे लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धारा 278 (स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वातावरण बनाना), 285 (आग या ज्वलनशील पदार्थ के संबंध में लापरवाह आचरण) और 336 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। दमकल विभाग के अनुसार, गाजीपुर खत्ते में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को सोमवार को अपराह्न ढाई बजे मिली थी।
दमकल विभाग द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस साल रविवार तक विभिन्न लैंडफिल साइट पर आग लगने की कुल चार घटनाएं हुईं हैं। पिछले साल इसी अवधि में आग लगने की 16 घटनाएं हुईं थी। वहीं, 2020 में 15 और 2019 में ऐसी 37 घटनाएं हुईं थी। पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की स्थाई समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पंवार ने पहले बताया था कि आग ‘‘उच्च तापमान’’ के कारण लगी थी, क्योंकि कचरे में अधिकतर प्लास्टिक थी और कचरे के ढेर से मीथेन गैस लगातार उत्पन्न होती रहती है। उन्होंने बताया था कि ईडीएमसी ने आग बुझाने की प्रक्रिया में मदद के लिए 22 बुलडोजर लगाये गये हैं।