नई दिल्ली। हमारे जीवन में हर रिश्ते की एक अलग ही अहमियत है। लेकिन दोस्ती का रिश्ता सबसे खास माना जाता है। अगर आपके जीवन में आपको एक सच्चा दोस्त मिल जाए तो समझ लीजिए कि आपने बहुत कुछ कमा लिया है। वैसे तो दोस्ती के सभी दिन होते हैं लेकिन खास मायने में दोस्ती का जो सबसे खास दिन है वह है फ्रेंडशिप डे(Friendship Day )। पूरी दुनिया में फ्रेंडशिप डे(Friendship Day ) उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन सभी दोस्त अपने दोस्तों(friends) से मिलते हैं और उन्हें एक अलग अंदाज में बधाई और शुभकामनाएं देते हैं। हमारे देश में भी यह दिन युवाओं के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता है। लोग हर साल इस दिन का इंतजार करते हैं। फ्रेंडशिप डे अगस्त माह के पहले रविवार(first sunday) को मनाया जाता है।
इस वर्ष फ्रेंडशिप डे 1 अगस्त को मनाया जाएगा। पर क्या आप जानते हैं इस दिन की शुरूआत कैसे और कब हुई थी? तो आइए जानते हैं आखिर फ्रेंडशिप डे की शुरूआत किस दिन हुई थी।
इस तरह हुई फ्रेडशिप डे की शुरुआत
फ्रेडशिप डे की शुरूआत सन 1919 में हुई थी। जिसका श्रेय हॉलमार्क कार्डस के संस्थापक जॉएस हॉल को जाता है। कहा जाता है कि जॉएस हॉल ने ही इस दिन की शुरूआत की थी। सन 1919 में लोग अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप डे (Friendship Day ) कार्ड भेजा करते थे। बता दें कि इस दिन का सिलसिला तभी से ही चलता आ रहा है। वहीं 2011 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसकी तारीख भी तय कर दी थी।
फ्रेंडशिप डे को लेकर कई और कहानियां भी प्रचलित है। कहा जाता है कि इस दिन की शुरूआत 1960 के दशक में यूनाइटेड स्टेट अमेरिका से मानी जाती है. उस समय अमेरिका में राजनैतिक रैलियों से फ्रेंडशिप बैंड बांधने की परंपरा को शुरू किया गया था जो आज तक चली आ रही है।
वहीं फ्रेंडशिप डे को लेकर सबसे प्रचलित कहानी है कि इस दिन अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति को मार दिया था। उस व्यक्ति की मौत से उसका दोस्त भी सदमे में चले गया और उसने आत्महत्या कर ली तभी से ही अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाने लगा।
फ्रेंडशिप डे पर स्टाइलिश बैंड का चलन
फ्रेंडशिप डे पर दोस्तों को स्टाइलिश बैंड ((Friendship band) बांधने का भी चलन है। लोग अपने दोस्तों को कई तरह के स्टाइलिश बैंड बांधते हैं। हालांकि यह चलन कब और कैसे आया इस बात की जानकारी किसी को भी नहीं है। लेकिन इस दिन मार्केट में कई तरह के फ्रेंडशिप बैंड देखने को मिलते हैं। और लोगों के हाथ भी फ्रेंडशिप बैंड से ही भारे रहते हैं।