हाइलाइट्स
-
दुर्ग पुलिस ने किया चार लोगों को अरेस्ट
-
आरोपी मुख्य रूप से गुजरात के निवासी
-
दुर्ग पुलिस मामले को ईडी को सौंपेगी
Madev Satta App Case Update: छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित महादेव सट्टा ऐप केस में नया अपडेट सामने आया है। महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से मिलने वाली करोड़ों की रकम को इधर से उधर हवाला के जरिए कई जगहों पर भेजा जाता था।
इसका रायपुर में ऑफिस (Madev Satta App Case Update) खोलाया गया था। सबसे बड़ी बात यह थी कि एक और दो रुपए के नोट के नंबर को इन्होंने कोडवर्ड बना रखा था। इस कोड वर्ड से हवाला के जरिए रकम दूसरे राज्यों में भेजी गई थी।
इसी केस को लेकर दुर्ग पुलिस ने हवाला कारोबारी नीरू भाई सहित 4 लोगों को अरेस्ट किया है। अब पुलिस इस पूरे मामले को ईडी को सौंपेगी।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने जानकारी दी कि पहले भिलाई के रुआबांधा के रहने वाले मुख्य आरोपी विनय कुमार यादव को पकड़ा था। पुलिस रिमांड (Madev Satta App Case Update) पर सख्ती से पूछताछ की की तो उसने रायपुर के शंकर नगर में एक ऑफिस होने की जानकारी दी।
इस ऑफिस से हवाला के जरिए रकम भेजी जाती थी। इसी निशानदेही पर दुर्ग पुलिस ने मंगलवार रात 10.30 बजे शंकर नगर के इस दफ्तर में छापा मारा था।
जहां से 80 लाख रुपए कैश और कागज के कई बंडल जब्त किए थे। इन कागजों में गुजराती में पूरा हिसाब लिखा था।
नोट गिनने की मशीन जब्त
एसपी ने जानकारी दी कि उस कागज (Madev Satta App Case Update) पर लिखी गई राशि और भाषा को एक्सपर्ट से पढ़वाया जाएगा। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
इसमें बड़ा खुलासा होने की पुलिस को उम्मीद है। साथ ही पुलिस ने बड़ी संख्या में मोबाइल जब्त किए हैं। साथ ही नोट गिनने की 3 मशीन भी जब्त की गई है।
पुलिस ने किया अरेस्ट
जानकारी मिली है कि पुलिस (Madev Satta App Case Update) ने इस केस में कुल चार आरोपियों को अरेस्ट किया है। इसमें मास्टरमाइंड पवन सिंह को अरेस्ट किया।
उसके बताए अनुसार 3 आरोपियों को अरेस्ट किया। इनमें शक्ति सिंह जटेजा (26 वर्ष), जयेन्द्र सिंह जटेजा उर्फ नीरू भाई (21 वर्ष) और आकाश कुमार दवे (31 वर्ष) को पकड़ा है। ये सभी मूल रूप से गुजरात के धरमोड़ा गांव के निवासी हैं।
ये खबर भी पढ़ें: T20 World Cup: PM के साथ टीम इंडिया ने किया ब्रेकफास्ट, शाम को मुंबई में निकाली जाएगी विक्ट्री परेड
इन नोटों के नंबर थे कोडवर्ड
पुलिस ने जब पूछताछ (Madev Satta App Case Update) की तो आरोपियों ने जानकारी दी कि उनके यहां से ऑनलाइन सट्टे से मिलने वाली राशि को हवाला के जरिए एक से दूसरी जगह भेजते थे।
वे अपने मोबाइल फोन से 1-2 से 20 रुपए तक के नोटों के नंबर की फोटो खींचकर ग्राहकों को भेजा करते थे। जो व्यक्ति उनके ऑफिस में वह टोकन नंबर दिखाता, उसे हवाला का पैसा दे दिया जाता।