Gwalior News: अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे पूर्व पीएम अटल के भांजे, बोले- पीड़ितों के लिए….

ग्वालियर। प्रदेश के ग्वालियर शहर में बुधवार को लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। यहां के सब्जी व्यापारी मंडी से विस्थापन को लेकर विरोध कर धरना दे रहे थे। इस धरने का समर्थन करने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के भांजे अनूप मिश्रा भी पहुंच गए। पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने भी व्यापारियों के समर्थन में धरना दिया। मिश्रा ने कहा कि सब्जी व्यापारियों को नई जगह पर शिफ्ट नहीं किया जाना चाहिए इससे उनका नुकसान होगा।
इतना ही नहीं वह धरना प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों के समर्थन में पहुंचे मिश्रा ने कलेक्टर से पूछा कि जब सब्जी मंडी का नया प्रांगण बना था तब विस्तारीकरण की बात पर बना था। अब यह विस्थापन का फैसला किससे पूछकर लिया है। मिश्रा ने कहा कि मंडी का प्रांगड़ विस्तारीकरण की बात पर बना था। अब प्रशासन जबरन मंडी शिफ्ट कर रहा है। ये ठीक नहीं है, इसका हम विरोध करते हैं।
लाठी बरसेगी तब भी भागूंगा नहीं…
यहां पहुंचे मिश्रा ने कहा कि दलित, शोषित, पीड़ित और सर्वहारा वर्ग पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा। मिश्रा ने कहा कि नेता क्या होता है? नेता तो यहां के हैं, मैं तो व्यापारियों का संबल बढ़ाने आया हूं। मेरे ऊपर लाठी भी बरसेगी या फिर पानी की बौछारें भी पड़ेंगी तब भी यहां से भागूंगा नहीं। यहां प्रशासन मिर्ची बम भी फोड़ेंगे तो भी खड़ा रहूंगा। बता दें कि लक्ष्मीगंज की मंडी के व्यापारी विस्थापन को लेकर विरोध कर रहे थे। इसी समय अनूप मिश्रा भी व्यापारियों को समर्थन देने पहुंच गए थे।
वहीं यहां हिंदू महासभा के कार्यकर्ता भी अनूप मिश्रा से मिलने पहुंचे। महासभा के कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे और पूर्व मंत्री मिश्रा को हिंदू महासभा में शामिल होने का न्यौता दिया है। कार्यकर्ताओं ने मिश्रा को एक पत्र सौंपकर कहा कि आप हिदू महासभा की सदस्यता ग्रहण कर हिंदू महासभा का नेतृत्व करें। हालांकि मिश्रा ने इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। मिश्रा ने इतना जरूर कहा कि मेरा तन भी हिंदू, मेरा मन भी हिंदू। हालांकि अभी मिश्रा ने यह साफ नहीं किया है कि वह हिंदू महासभा में शामिल होंगे या नहीं।