New Delhi: इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Aiims) के पूर्व डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट ले ली है। बता दें कि डॉ. गुलेरिया अगले साल अप्रैल में रिटायर हो रहे थे लेकिन उन्होंने पांच माह पहले ही स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) ले ली है।
बता दें कि डॉ गुलेरिया उन प्रमुख लोगों में शामिल थे, जिन्होंने COVID-19 महामारी के पीक के दौरान केंद्र सरकार की रिसपॉन्स टीम का नेतृत्व किया था। इसके साथ ही उन्होंने कोविड और उपचार के बारे में जागरूकता पैदा करने में भी प्रमुख भूमिका निभाई थी। पेशे से प्लमोलॉजिस्ट गुलेरिया ने प्रदूषण से फेफड़े पर पड़ने वाला दुष्प्रभावों के बारे में काफी गहन अध्ययन भी किया है। बता दें कि गुलेरिया देश के पहले ऐसे डॉक्टर हैं, जिनके पास प्लमनरी मेडिसिन और क्रिटिकल केयर में डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन की डिग्री है।
डॉ रणदीप गुलेरिया ने 30 से अधिक वर्षों तक AllIMS में अपनी सेवाएं दी है। वहीं एम्स के पूर्व निदेशक ने इसी साल 23 सितंबर को अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद वीआरएस के लिए आवेदन किया था। गुलेरिया के बाद डॉ. एम श्रीनिवास ने 23 सितंबर को एम्स डायरेक्टर का पद संभाला।