Sleep Divorce: हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में नींद बहुत जरूरी होती है. अगर नींद भरपूर तरीके से पूरी नहीं होती है तो पूरा दिन ही खराब जाता है. इतना ही नहीं नींद पूरी न होने की वजह से तबियत खराब होना, सिरदर्द, स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्या भी हो सकती हैं.
इसलिए डॉक्टर्स का भी कहना होता है कि एक आम व्यक्ति को कम से कम 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है. लेकिन आज कल अच्छी नींद के लिए स्लीप डाइवोर्स का कल्चर ट्रेंड हो रहा है. इस स्लीप डाइवोर्स का मुख्य उद्देश्य होता है अच्छी और भरपूर नींद लेना.
यह कल्चर अमेरिका में काफी बड़ रहा है. स्लीप डाइवोर्स कपल के बीच एक समझौते की तरह होता है जिसमें कपल रात में सोने के समय अलग-अलग कमरे में सोते हैं. यह स्लीप डाइवोर्स अमेरिका में काफी कॉमन हो गया है. आज हम जानेंगे कि स्लिप डाइवोर्स कल्चर आखिर क्या है और क्यों ये कपल्स के बीच बढ़ रहा है.
इस देश में हर पांचवां जोड़ा अलग सोता है
हाल ही में हुई एक रिर्सच में सामने आया है कि अमेरिका में तेजी से ‘स्लीप डिवोर्स’ का कल्चर बढ़ रहा है. अमेरिका में अलग-अलग सोने वाले जोड़ो की संख्या बढ़ती जा रही है. इंटरनेशनल हाउसवेयर्स असोसिएशन द्वारा न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए किये गए सर्वे से पता चला कि अमेरिका में हर पांचवा कपल अलग-अलग सो रहा है.
इन कपल्स के बीच ‘स्लीप डिवोर्स’ को लेकर समझौता हुआ है. यह कपल एक घर में तो रहते हैं लेकिन सोने के लिए अलग-अलग बेडरूम का इस्तेमाल करते हैं. इस रिपोर्ट में बताया गया कि इस ‘स्लिप डिवोर्स’ की वजह एक दूसरे की सोने की आदतें हैं.
जिसमें खर्राटे लेना, सोते समय लाइट जलाना या एसी के टेम्परेचर पर सहमति नहीं बन पाती है. इस ‘स्लीप डिवोर्स’ के लिए कपल्स अपने घर का इंटीरियर भी बदल रहें हैं. जिससे वे साथ में रहकर भी अलग सो सकें.
क्या ‘स्लिप डिवोर्स‘ बन सकता है तालक का कारण
भारत में फिलहाल इस तरह का ‘स्लीप डिवोर्स’ कल्चर नहीं है. क्योंकि भारतीय संस्कृति और समाज में अगर आप पति-पत्नी होने के बावजूद अलग कमरों में सोते हैं तो यह संबंध ख़राब होने के समान ही माना जाता है.
लेकिन अमेरिका में ‘स्लीप डिवोर्स’ काफी कॉमन हो गया है. कई लोगों का मानना है कि कपल के अलग-अलग बेडरूम में सोने से किसी भी तरह की तलाकशुदा की भावना नहीं आती है. क्योंकि अगर आपका पार्टनर नींद में खर्राटे मार रहा है या बिस्तर पर इधर-उधर हाथ पैर कर रहा है तो इससे सामने वाले व्यक्ति की नींद ख़राब हो सकती है.
इस वजह से एक दूसरे के प्रति और भी ज्यादा चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है. लेकिन अलग-अलग शांति से सोने पर रिश्ता और भी मजबूत और हेल्दी रहेगा.
‘स्लिप डिवोर्स‘ में आपसी सहमति जरूरी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अच्छी और गुणवत्ता नींद के लिए ‘स्लिप डिवोर्स अच्छी एक्सरसाइज है. लेकिन ‘स्लीप डिवोर्स’ में कपल में दोनों की सहमति जरूरी है. क्योंकि अगर एक पार्टनर नहीं चाहता की वेह अलग सोए और आप उसपर अलग सोने का दवाब बनाते हैं तो इससे भावनात्मक दूरियां पैदा हो सकती हैं.
इसलिए इस एक्सरसाइज को शुरू करने या अपनाने से पहले आपसी सहमति जरूर लेलें. कई बार यह आपके तलाक का कारण भी बन सकता है. ‘स्लिप डिवोर्स एक्सरसाइज को करने से पहले अपने पार्टनर से खुलकर बातचीत करें.
यह ध्यान जरूर दें कि वे पूरी तरह से इसके लिए तैयार हैं कि नहीं या कहीं वे किसी दवाब में आकार तो यह नहीं कर रहे हैं.