हाइलाइट्स
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उज्जैन में 1 और 2 मार्च को इन्वेस्टर मीट।
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मोहन सरकार का धार्मिक पर्यटन और फिल्म उद्योग पर फोकस।
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प्रदेश के 17 हजार लोगों को मिले सकता है रोजगार।
Investor Meet in Ujjain: उज्जैन में 1 मार्च से 2 दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की शुरूआत होगी। जिसमें धार्मिक पर्यटन और फिल्म उद्योग पर फोकस रहेगा। आपको बता दें, कि अभी तक 8 हजार करोड़ रुपए के निवेश का खाका तैयार हो चुका है। उम्मीद है, कि इससे 17 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस कॉन्क्लेव में उज्जैन के साथ मालवा-निमाड़ उद्योगों पर भी चर्चा की जाएगी। 1 मार्च को प्रमुख आयोजन “रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024-उज्जैन” के रूप में किया जाएगा।
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धार्मिक पर्यटनों पर फोकस
इस कॉन्क्लेव में धार्मिक पर्यटनों पर फोकस किया जाएगा। जिसमें खासकर उज्जैन पर फोकस होगा। इसकी घोषणा CM डॉ. मोहन यादव पहले ही कर चुके हैं, कि धार्मिक नगरी के साथ उज्जैन का पुराना गौरव लौटाना होगा।
उज्जैन ‘महाकाल लोक’, ओंमकारेश्वर ‘एकात्म धाम’, सलकनपुर ‘देवी लोक’ खजुराहो, कान्हा, साँची-भोपाल, माण्डू-इंदौर, ग्वालियर-शिवपुरी, पंचमढ़ी, बांधवगढ़, अमरकंटक, उज्जैन, चित्रकूट के साथ अन्य धार्मिक पर्यटनों पर सरकार का फोकस रहेगा।
जिन इकाइयों के लिए सहमति बनी है, वे इंदौर, उज्जैन, नीमच और मंदसौर समेत मालवा क्षेत्र में शुरू होंगी। इस दौरान 25 से ज्यादा लोकार्पण और भूमि पूजन होंगे। 100 इंड्रस्टी को तत्काल भूमि आवंटित कर दी जाएगी। इससे 17000 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
फिल्म उद्योग पर फोकस
साल 2023 में अब तक 70 फिल्में और वेब सीरीज की शूटिंग MP में हो चुकी है। ऐसे में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली लोकेशन उज्जैन, इंदौर, भोपाल, सीहोर, महेश्वर, मांडू, चंदेरी, खजुराहो, दतिया, ओरछा, ग्वालियर जैसी कई लोकेशन बनी हुई। अब साल 2024 में भी इन जिलों के आसपास की जगहों पर और फिल्में शूट की जा जाने वाली है। जिनको लेकर होने वाली इन्वेस्टर मीट में सहमति बनेगी।
कॉन्क्लेव में हाईब्रिड टाइप सिस्टम होगा, जिसमें देश-विदेश समेत स्थानीय उद्योगपति आएंगे। कार्यक्रम में फिल्म उद्योग फोकस रखा जाएगा। फिल्म इंड्रस्ट्री से जुड़े मुद्दे, फिल्म उद्योग पर संभावना जुटाना समेत फिल्म उद्योग पॉलिसी को कैसे बेहतर बनाया जाए, इन सभी विषयों पर चर्चा होगी।
उज्जैन और मालवा रीजन के साथ-साथ रतलाम, शाजापुर, मक्सी, आगर, नीमच, मंदसौर के आदिवासी बहुत इलाकों को भी ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों को रोजगार मिले, कॉन्क्लेव में इन बातों का ध्यान रखा जाएगा।
शासन ने नई औद्योगिक नीति लागू करने के लिए भी प्रयास कर रहा है। बहुत जल्द, उद्योगों के सुझावों को शामिल करके नई नीति लागू की जाएगी। कॉन्क्लेव के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।