हाइलाइट्स
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एशिया के सबसे बड़ा तैरता सोलर प्लांट को आंधी से नुकसान
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Floating Solar Power Plant की प्लेट्स आंधी में उड़ीं
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3000 करोड़ है प्रोजेक्ट की लागत, बीते हफ्ते ही हुआ था ट्रायल
MP News: खंडवा जिले के ओंकारेश्वर स्थित एशिया के सबसे बड़े तैरते सोलर पावर प्लांट (Solar Power Plant Omkareshwar) के पैनल मंगलवार को आंधी के साथ उड़ गए. 3000 हजार करोड़ के भारी भरकम बजट में तैयार इस प्रोजेक्ट के पैनल पहली आंधी का दबाव ही नहीं झेल पाए.
मंगलवार को तेज आंधी के बीच सोलर पावर प्लांट के पैनल हवा में कागज की तरह उड़े और टूट-फूट गए. बता दें मौसम विभाग ने 9 से 11 अप्रैल के बीच खंडवा में तेज बारिश और आंधी की चेतावनी दी थी.
इसी बीच 9 अप्रैल मंगलवार को तेज आंधी चली जिसमें पावर प्लांट संयंत्र को भारी नुकसान पहुंचा है. आंंधी से प्वांट को कितना नुकसान हुआ है इसकी जांच की जा रही है.
आंधी में धराशायी हुआ प्लांट
ओंकारेश्वर बांध के बैकवॉटर में बन रहा एशिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट (Omkareshwar Floating Solar Power Park) आंधी में धराशायी हो गया. हवा के कारण पानी की तेज लहरों की वजह से सोलर प्लेट क्षतिग्रस्त हुईं.
वहीं कुछ प्लेटें तेज आंधी में अखड़ गईं. हवा इतनी तेज थी कि यहां काम कर रहे मजदूर भी जान बचाकर दूर भाग गए. प्लांट अभी निर्माणाधीन था.
3000 हजार करोड़ का है प्रोजेक्ट
एशिया के सबसे बड़े पानी में तैरते सोलर पावर प्लांट (Biggest Floating solar power plant) के लिए पूर्व सीएम शिवराज ने 2022 में मंजूरी दी थी. इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 3000 हजार करोड़ है.
बीते हफ्ते ही प्लांट का ट्रायल शुरू हुआ था. जिसमें सक्तापुर में 300 मेगावाट क्षमता की ग्रिड बनाई गई थी. इसके लिए छैगांव माखन तक 220 केवी की लाइन लाई गई थी.
इसके पहले चरण में केलवा खुर्द गांव के पास एम्प कंपनी द्वारा 100 मेगावाट, इंधावड़ी में एनएचडीसी द्वारा 88 मेगावाट और एखंड में एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी द्वारा 90 मेगावाट क्षमता के प्लांट लगाए जा रहे हैं.
उम्मीद थी कि इस प्लांट से अप्रैल के अंत तक 100 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी. लेकिन अब आंंधी में प्लांट को नुकसान हो गया जिसकी जांच की जाएगी.