इंदौर। देश में अपनी तरह के पहले कदम के तहत नगर निगम एक सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए धन जुटाने को सार्वजनिक निर्गम (पब्लिक इश्यू) के रूप में हरित बॉन्ड जारी करेगा। मध्य प्रदेश के इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
धन का इस्तेमाल यहां होगा
भार्गव ने नगर निगम परिषद के सम्मेलन में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि हरित बॉन्ड से जुटाए जाने वाले धन का इस्तेमाल एक सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने में किया जाएगा, जिससे बनने वाली बिजली से नर्मदा नदी के पानी को पड़ोसी खरगोन जिले के जलूद गांव से इंदौर लाया जाएगा। महापौर ने बताया कि फिलहाल जलूद से मोटर पम्प चलाकर नर्मदा के जल को 80 किलोमीटर दूर इंदौर लाने में नगर निगम को हर माह करीब 25 करोड़ रुपये का बिजली बिल चुकाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जलूद में सौर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद जाहिर तौर पर इस रकम की बचत होगी।
निवेश पूरी तरह सुरक्षित होगा
महापौर ने कहा, ‘इंदौर नगर निगम देश का पहला ऐसा नगरीय निकाय होगा जो पब्लिक इश्यू के माध्यम से सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए हरित बॉण्ड जारी करेगा। इस बॉन्ड में जनता का निवेश पूरी तरह सुरक्षित होगा और तय वक्त के बाद निवेशकों को ब्याज समेत उनकी रकम लौटा दी जाएगी।’ भार्गव ने यह भी बताया कि शहर में हर उस स्थान पर जन भागीदारी से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जहां 100 से अधिक लोगों का आना-जाना होता है। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों की आबादी वाले 12,000 स्थानों पर ये कैमरे नगर निगम के खर्च से लगाए जाएंगे। महापौर ने कहा कि अगर नगर निगम को पता चलता है कि किसी स्थान पर सीसीटीवी कैमरा जान-बूझ कर बंद रखा गया है, तो संबंधित व्यक्ति से जुर्माना वसूला जाएगा।