हाइलाइट्स
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प्रदेश का पहला सरकारी IVF सेंटर
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20 करोड़ की लागत से बनेगा
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जाने क्या है आइवीएफ (IVF)
MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के लोगों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। AIIMS भोपाल में निस्संतान के इलाज के लिए राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में टेस्ट ट्यृब बेबी या इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) सेंटर साल के अंत तक शुरू हो जाएगा।
जिसके जरिए गरीब निसंतान दंपती के घरों में भी किलकारियां गूजेंगी। यह सेंटर 20 करोड़ का लागत से तैयार किया जा रहा है। यह बातें AIIMS के निदेशक डॉ. अजय सिंह ने शुक्रवार को संस्थान में विश्व आइवीएफ डे (world ivf day) पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
क्या होता है IVF
IVF गर्भधारण की कृत्रिम प्रक्रिया है। इससे जन्म लेने वाले बच्चे को टेस्ट ट्यूब बेबी कहा जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो यह एक सहायक प्रजनन तकनीक है। IVF ट्रीटमेंट में प्रयोगशाला में नियंत्रित परिस्थितियों में महिला के अंडाणु (Eggs) और पुरुष के शुक्राणु (Sperm) को मिलाया जाता है। संयोजन से जब भ्रूण बन जाता है, तब उसे महिला के Uterus में रखा जाता है।
प्राइवेट अस्पताल में इलाज है काफी महंगा
हालांकि IVF का निजी अस्पतालों में इलाज काफी महंगा है। निजी अस्पतालों में लाखों रुपए का खर्च आता है। और ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर निःसंतान दंपति इस सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं।
अब मध्य प्रदेश में राज्य सरकार की इस पहल से आने वाले समय में गरीब निःसंतान दंपतियों को सरकारी अस्पताल में यह इलाज हो सकेगा।
गर्भधारण न कर पाने के पीछे यह हो सकते हैं कारण
-अंडे या शुक्राणु में खराबी (defect in egg or sperm)
-गर्भाशय के आकार में समस्या (problem with the size of the uterus)
-गर्भाशय में फाइब्रोइड (fibroids in uterus)
-शरीर में हार्मोन का असंतुलन (hormonal imbalance in the body)
-गर्भाशय में संक्रमण, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, थायराइड, तनाव या अन्य रोग (Uterine infection, polycystic ovary syndrome, thyroid, stress or other diseases)
इससे पहले भोपाल के हमीदिया में खुला था IVF सेंटर
बता दें की 2022 में मध्य प्रदेश के निःसंतान दंपतियों को लेकर शिवराज सरकार ने बड़ा तोहफे का ऐलान किया था। तब उन्होंने बताया था की प्रदेश में पहली बार सरकारी अस्पताल में जल्द ही इन विट्रो फर्टिलाइजेश(IVF) सेंटर खुलने वाला है। राज्य के ऐसे गरीब दंपती, जिन्हें संतान सुख नहीं मिल पा रहा है, उनका यहां अत्याधुनिक पद्धति से इलाज किया जाएगा।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने सेंटर खोलने का ऐलान किया था । मंत्री ने हमीदिया अस्पताल के नवीन भवन के दौरा के बाद इसकी घोषणा की थी । हमीदिया अस्पताल में आईवीएफ सेंटर खोलने से नि:संतान दंपत्तियों को फायदा मिला।
इन सुविधाओं से लैस होगा AIIMS Bhopal
AIIMS भोपाल में चार नई डायलिसिस मशीन लगाई जा रही हैं। इसके अलावा अब डायलिसिस और कैथ लैब 24 घंटे चलेगी। जिससे ज्यादा मरीजों को इलाज मिलेगा। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया।
केंद्र से इसके लिए जरूरी मैन पावर के लिए अनुमित मिल गई है। यही नहीं, एम्स के क्रिटिकल यूनिट में नए 70 बेड जोड़े जा रहे हैं। जिससे विभाग में कुल बैड 230 हो जाएंगे।