JABALPUR HOSPITAL FIRE: जबलपुर के एक निजी अस्पताल में आग लगने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के सभी अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।
जबलपुर के एक निजी अस्पताल में आग लगने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के सभी अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टी स्पेशियालिटी अस्पताल में सोमवार को आग लगने की घटना में चार मरीजों सहित आठ लोगों की मौत हो गई जबकि पांच अन्य अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री ने जबलपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) के साथ-साथ अग्निशमन सुरक्षा अधिकारी को निलंबित करने का भी आदेश दिया है। चौहान ने कहा, ‘‘प्रदेश के सभी अस्पतालों का निरीक्षण करें और यदि अग्निशमन के उपायों में कोई विसंगति पाई जाती है तो ऐसे अस्पतालों का लाइसेंस तुरंत रद्द करें।
ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अस्पतालों में फायर एनओसी, विद्युत सुरक्षा और भवन निर्माण की अनुमति होना नितांत आवश्यक है।’’ मुख्यमंत्री ने जबलपुर की घटना के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए मंगलवार शाम को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक में उक्त बातें कहीं। एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को हुई बैठक में प्रदेश के शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग भी शामिल थे। इसमें जबलपुर संभाग के आयुक्त एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
अधिकारी ने बताया कि बैठक में मुख्यमंत्री ने जबलपुर के सीएमएचओ रत्नेश कुरारिया और अग्निशमन अधिकारी कुशलेश ठाकुर को निलंबित करने का आदेश दिया। चौहान ने अग्निशमन व्यवस्था की अल्पकालिक और दीर्घकालिक नीतियां बनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘अस्पतालों, होटलों और बहुमंजिला इमारतों के लिए एक समान नीति लागू की जानी चाहिए।’’ प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा था कि जबलपुर के अस्पताल में आग लगने की घटना की प्रारंभिक जांच में सुरक्षा को लेकर कई कमियां सामने आई हैं और पता चला है कि न्यू लाइफ मल्टी-स्पेशयालिटी अस्पताल का फायर एनओसी समाप्त हो गया था।