FIITJEE Bhopal Case: बच्चों के बेहतर भविष्य का सपना दिखाने वाले कोचिंग सेंटर्स उनके साथ फ्रॉड भी कर सकते है, ऐसा किसी ने सोचा नहीं होगा। भोपाल के एक नामी और बड़े कोंचिंग सेंटर FIITJEE ने इस बात को साबित कर दिया। यहां पहले तो स्टूडेंट्स से एडवांस फीस ले ली गई। इसके बाद बच्चों का कोर्स अधूरा छोड़ दिया गया। अब स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स परेशान हो रहे हैं। इस मामले में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि बच्चों की पूरी वापस दिलवाई जाएगी।
अभिभावकों ने की पुलिस से शिकायत
छात्रों के माता-पिता ने इस मामले की शिकायत एमपी नगर पुलिस थाने में की है। उन्होंने शिकायत में बताया कि FIITJEE भोपाल की स्थानीय शाखा में बच्चों का (कक्षा 9 से लेकर 12) एडमिशन कराया है। कोचिंग सेंटर ने अग्रिम फीस की शर्त पर प्रवेश दिया। FIITJEE ने एडमिशन के नाम पर दो, तीन और चार साल की फीस एक साथ ली। यह फीस तीन अलग-अलग बैंक खाते में जमा करवाई गई।
अचानक फैकल्टी ने पढ़ाना किया बंद
भोपाल की फैकल्टी ने अचानक ही बच्चों को पढ़ाना बंद कर दिया। शिक्षकों का कहना था कि उन्हें वेतन समय पर नहीं मिल रहा है। इसके बाद अभिभावकों को FIITJEE भोपाल सेंटर चर्चा के लिए बुलाया गया। वहीं, अश्वासन दिया गया कि बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। फिर माता-पिता ने फीस की बची राशि का भी भुगतान कर दिया।
9 दिसंबर से क्लास हुई बंद
2 दिसंबर से क्लास फिर से अनियमित होने लगी। टीचर्स ने सैलरी नहीं मिलने पर पढ़ाना बंद कर दिया। 9 दिसंबर से सभी कक्षाओं का संचालन कोचिंग संस्था ने बंद कर दिया। इस मामले में जब पैरेंट्स ने FIITJEE दिल्ली हेड ऑफिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी राजीव बब्बर और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनीष आनंद से संपर्क किया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
वार्षिक परीक्षा का बच्चों को टेंशन
छात्रों के माता-पिता का कहना है कि वार्षिक परीक्षाएं सिर पर है। ऐसे समय में बच्चों के ऊपर दोगुना भार है। फिलहाल किसी दूसरे कोचिंग संस्थान में एडमिशन नहीं दिलाया जा सकता। अभिभावकों ने FIITJEE के एमडी डीके गोयल, सीईओ मनीष आनंद, सीएफओ राजीव बब्बर, भोपाल से पूर्व सेंटर हेड सुमित श्रीवास्तव और वर्तमान हेड केके पांडे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एक छात्रा की मां ने कहा
एक छात्रा की मां अंजू चौहान ने बंसल न्यूज से बातचीत में बताया कि उनकी बेटी क्लास 11 में पढ़ती है। उन्होंने साढ़े तीन लाख रुपये फीस जमा कर दी थी। 15 दिन से क्लास नहीं लग रही है।
FIITJEE हेड पांडे ने कहा
इस मामले में FIITJEE के भोपाल हेड केके पांडे ने बंसल न्यूज से बातचीत में कहा कि इस मामले में बच्चों के पैरेंट्स से बातचीत की जा रही है। जल्द ही क्लास दोबारा शुरू हो जाएगी।
इंदौर FIITJEE में भी धोखाधड़ी का मामला आया था सामने
बता दें इससे पहले FIITJEE ने इंदौर में अचानक अपने तीन सेंटर्स अचानक बंद कर दिए थे। टीचर्स सैलरी नहीं मिलने से चले गए थे। इसे लेकर 67 अभिभावकों ने शिकायत की थी। इसके बाद 60 पैरेंट्स सामने आए। जिनसे कोचिंग संस्था ने करीब 50 लाख रुपये लिए थे।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कुछ दिन का समय कोचिंग संचालकों को दिया। कोचिंग ने मामला बिगड़ने और प्रशासन की कार्रवाई के बाद अभिभावकों को एक एक्सेल शीट भेजकर तीन विकल्प दिए थे।
वह या तो बच्चों को दिल्ली में ऑफलाइन पढ़ाने भेज सकते हैं या ऑफलाइन कोचिंग ले सकते हैं या अप्रैल 2025 तक उन्हें फीस रिफंड कर दी जाएगी। हालांकि विकल्प ऑफिशियल पत्राचार और ईमेल के जरिए नहीं किया गया था। इस पर संस्थान की सील और साइन नहीं थे।
1992 में हुई FIITJEE की स्थापना
बता दें FIITJEE आईआईटी, एनआईटी प्रवेश परीक्षा और साइंस ओलंपियाड सहित अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षा के लिए लोकप्रिय कोचिंग संस्थान है। IIT दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट डीके गोयल ने 1992 में FIITJEE की स्थापना की थी। 13 अक्टूबर 1997 में यह सार्वजनिक कंपनी बनी।
यह भी पढ़ें:
शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला, 10वीं-12वीं बोर्ड के छात्रों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा
सीएम मोहन यादव ने किया सरसी आइलैंड रिसॉर्ट का शुभारंभ, जानिए पर्यटकों के लिए क्या-क्या रहेगा खास