Fierce demonstration of Satnami community: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में सतनामी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर जंगी प्रदर्शन किया और कलेक्ट्रेट एवं एसपी कार्यालय में आग लगा दी। इस बवाल में 13 पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। दो पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है। मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। वहीं विष्णुदेव साय सरकार निगाह बनाए हुए है। मामले में बलौदा बाजार के कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार पर गाज गिर सकती है।
दशहरा मैदान में उग्र प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। यहां प्रदर्शनकारियों ने 100 से ज्यादा कारों और दो सौ से ज्यादा दो पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए। 3–4 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी कलेक्टर परिसर पहुंच कर उग्र प्रदर्शन (Fierce demonstration of Satnami community) कर रहे हैं।
सीएम साय बोले- पहले ही न्यायिक जांच के निर्देश दिए थे
बलौदा बाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर आईजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं घटना की रिपोर्ट भी मंगाई है।
ज्ञातव्य हो गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) June 10, 2024
बलौदा बाजार में हुए बवाल को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने X (पहले ट्वीट) पर पोस्ट में लिखा कि गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था।
जिसकी घोषणा उनके द्वारा की गई थी। अब सवाल उठ रहे हैं, यदि न्यायिक जांच की निर्देश हुए तो आखिर अब तक क्या हुआ।
क्यों सतनामी समाज के लोग विरोध में उतरे? सरकार और प्रशासन ने क्यों नहीं उनकी नाराजगी को सुना?
सतनामियों की आस्था को ठेस पहुंचाने वालों की सिर्फ गिरफ्तारी के बाद कोई सौहार्द बनाने के प्रयास क्यों नहीं किए गए?
ऐसे अनेक सवाल सरकार की ओर तांक रहे थे।
#WATCH रायपुर: बलौदा बाजार जिले में उत्पन्न अप्रिय स्थिति पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "सतनामी समाज के प्रमुखजनों से मेरी मुलाकात 6 जून को स्वयं ही हो गई थी… उन्होंने जैतखाम को क्षति पहुंचाने की घटना पर न्यायिक जांच करवाने की मांग की थी। जिस पर मुख्यमंत्री… pic.twitter.com/enluayJHRw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 10, 2024
Baloda Bazar: सतनामी समाज का प्रदर्शन हुआ उग्र, पुलिस सुरक्षा को तोड़कर कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रदर्शनकारी#CGNews #chhattisgarh #ChhattisgarhNews #balodabazar #satnam pic.twitter.com/bt4JKWlPWg
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 10, 2024
बीजेपी विधायक साहू के रिश्तेदार को पीटा, कार के शीशे तोड़े
बलौदाबाजार में बवाल के दौरान पुलिस वर्दी पहने कुछ युवकों ने बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू के रिश्तेदार की पिटाई कर दी और कार के शीशे तोड़ दिए।
विधायक मोतीलाल साहू ने बताया कि मेरे घर के बच्चे अपने सहकर्मियों के साथ बलौदा बाजार गए हुए थे।
बवाल शांत होने की जानकारी के बाद आगे बढ़े तो पुलिस की वर्दी पहने युवकों ने रोककर उसे उतारा और सीधे पिटाई कर दी।
हमलावरों ने मेरे परिजन की कार के शीशे तोड़ दिए। इस पिटाई एकलव्य साहू का कान फट गया है, खून बह रहा है। वह लहूलुहान हालत में जैसे तैसे खुद को बचाकर वापस आया।
कलेक्ट्रेट कर्मचारियों को पीछे के गेट से निकाला जा रहा
सतनामियों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्टर कार्यालय के पीछे के रास्ते से कर्मचारियों को सुरक्षित निकला जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों की तुलना में पुलिस बल की संख्या काफी कम है। जिससे प्रदर्शनकारियों का उग्र प्रदर्शन (Fierce demonstration of Satnami community) जारी है।
सतनामी जैतखाम के काटे जाने की सीबीआई मांग कर रहे
यह प्रर्दशन बीते दिनों गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम (सतनामी पंथ का ध्वज) को काटे जाने की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सतनामी समाज प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं, प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी सतनाम समाज की मांग पर न्यायिक जांच की बात कही है।
उधर, विरोध प्रदर्शन (Fierce demonstration of Satnami community) को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर परिसर के चारों तरफ सुरक्षा कड़ी कर दी है।
जैतखाम को काटने से सतनामियों में आक्रोश
दरअसल, सतनामी समाज के आस्था के प्रमुख केन्द्र गिरौदपुरी धाम से लगा हुआ महकोनी ग्राम के पास गुरु घासीदास जी के बड़े बेटे गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा स्थित है।
जहां पर कई वर्षों से गुरुगद्दी और जैतखाम स्थापित है। प्रतिदिन पुजारी सुबह-शाम पूजा करते हैं।
बीते 15 जून की रात में असामाजिक तत्वों ने सुनियोजित ढंग से तीन जैतखाम (सतनामी पंथ का ध्वज) को आरी से काट-काट कर फेंक दिया गया।
सतनामी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं, कर रहे CBI की मांग
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सुबह जब पूजा करने पहुंचे तो देखा कि, कुछ असामाजिक तत्वों के लोगों ने तीन जैतखाम को आरी से काट-काट कर फेंक दिया गया।
इसके बाद पुजारी कसमदास भास्कर ने 17 जून को थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने घटना कबूल भी कर ली है।
हालांकि, पुलिस की कार्रवाई से सतनामी समाज के लोग संतुष्ट नहीं हैं और इसकी सीबीआई जांच करने की मांग कर रहे हैं।
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सरकार दे चुकी न्यायिक जांच के निर्देश
पूरे मामले पर प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की कि, घटना की न्यायिक जांच की जाएगी।
वहीं सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश थे कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली इस घटना की न्यायिक जांच कराई जाए।
यह न्यायिक जांच रिटायर्ड जज अथवा कार्यरत जज से कराई जाएगी।