FCI ने पकड़ी खाद्य अधिकारियों की मिलीभगत, घटिया चावल को बताया बढ़िया चावल

अनूपपुर: कोतमा वेयरहाउस की जांच में वेयरहाउस संचालकों और अधिकारियों की बड़ी मिलीभगत उजागर हुई है। कलेक्टर के निर्देश पर आई खाद्य विभाग की टीम ने जिस चावल को बढ़िया क्लाविटी का बताया था, उसे FCI की टीम ने घटिया क्वालिटी का आमानक करार दिया है। आश्चर्य की बात तो ये है कि इसी चावल को राशन की दुकानों में पहुंचाया जाता रहा है। जिसकी शिकायत विधायक सुनील सराफ ने भी कलेक्टर से की थी। जिसके निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम जांच के लिए आई थी।
बता दें कि एक महीने पहले ही शहडोल कमिश्नर में अनूपपुर के शहजाहा वेयर हाउस में रखे 16 हजार क्विंटल अनाज के वितरण पर भी रोक लगा दी थी।
4850 क्विंटल चावल पाया गया खराब
बताया गया है कि 10 नवंबर को भोपाल से एफसीआई के उप महाप्रबंधक गुणवत्ता जीपी बेथरिया ने कोतमा के मनेंद्रगढ़ रोड स्थित बतुल वेयरहाउस के गोदाम में अपग्रेड कर जमा किए गए चावल के गुणवत्ता की जांच की तो उन्हें 4850 क्विंटल चावल जो कि 3 स्टॉक में रखा हुआ था उसे खराब पाया। इस दौरान अधिकारी द्वारा वेयरहाउस के जिम्मेदार प्रबंधक को फटकार भी लगाई। बताया गया आयशा राइस मिल के 1450 क्विंटल तथा अब्दुल वाहिद राइस मिल के 3400 क्विंटल चावल को रिजेक्ट कर दिया गया है।
भोपाल से आई FCI टीम ने की जांच
भोपाल से आई FCI की जांच टीम गोदामों में मिलर्स द्वारा जो अपग्रेड चावल भेजा गया है की जांच कर रही है। एक सप्ताह में यह दूसरा मौका आया है जब मिलर्स द्वारा अपग्रेड के नाम पर जो चावल वेयरहाउस के गोदामों में भेजा गया वह अमानक था। जांच टीम ने 4850 क्विंटल चावल को गुणवत्ता विहीन पाकर रिजेक्ट कर दिया है। 30 हजार क्विंटल चावल के अपग्रेडेशन में अब तक 6 हजार तक चावल अमानक पाया जा चुका है।