नई दिल्ली: किसानों के आंदोलन का आज 5वां दिन है। किसान केंद्र के कृषि बिलों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली की सिमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। वहीं आज किसानों ने दिल्ली के 5 एंट्री पॉइंट्स को सील करने की तैयारी कर रखी है। किसानों के जमावड़े को देखते हुए पुलिस ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।
दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाले अब सिर्फ छोटे वैकल्पिक मार्ग ही खुले हैं। ये हैं- झरोड़ा, धनसा, झाटलिखेरा, कापसहेड़ा, डुंडाहेड़ा, बिजवासन, दौराला। किसानों ने जिन 5 पॉइंट्स को बंद करने की चेतावनी दी थी, उनमें से दो वो पूरी तरह बंद कर चुके हैं। एक, गाजियाबाद वाला आंशिक तौर से बंद है, क्योंकि वहां किसानों की संख्या धीरे धीरे बढ़ रही है।
बाकी 2 एंट्री point अभी पूरी तरह खुले हुए हैं, उनमें एक जयपुर हाईवे है। किसान नेता राजेवाल ने बताया कि इसे बंद करने की तैयारी चल रही है और राजस्थान के किसानों को इसकी मुख्य ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं आगरा-मथुरा हाईवे को भी बंद करने की तैयारी है। ये जिम्मेदारी राकेश टिकैत के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के किसानों को दी गई है।
सरकार चाहती है किसानों से बात करना
इसी के बीच अब सरकार अपनी स्ट्रैटजी बनाने में जुटी है। गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर रविवार रात बैठक की। अब सरकार किसानों से बात करना चाहती है। सरकार का कहना है कि किसान बुराडी पहुंचे तो बातचीत की जाए, लेकिन किसानों ने रविवार को कहा था कि बुराड़ी नहीं जाएंगे और दिल्ली की घेराबंदी के लिए 5 एंट्री पॉइंट्स पर धरना देंगे।